नोएडा में बिजली विभाग ने उपभोक्ता को भेजा 4 करोड़ का बिजली बिल
UP News : उत्तर प्रदेश में बिजली बिल में गड़बड़ी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे है. बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बिजली विभाग की तरफ से बिजली उपभोक्ताओं को जुलाई माह का 4 करोड़ 2 लाख का बिजली बिल भेजा गया है.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के नोएडा में विद्युत निगम का बिजली बिल गड़बड़ी का बड़ा मामला सामने आया है. बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग मिल जाने के बाद दिल को सही करने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. महीना गुजर जाने के बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पता है. ताजा मामला नोएडा सेक्टर 122 में सामने आया है।
शिकायतों के बावजूद प्रणाली में सुधार नहीं
बिजली विभाग की तरफ से मीटर रीडिंग और गलत बिजली बिल बनाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताज लापरवाही का मामला नोएडा सेक्टर 122 में सामने आया है. बता दें कि विद्युत निगम में सी ब्लॉक में बसंत शर्मा नाम के बिजली उपभोक्ता को जुलाई महीने का 4 करोड़ 2 लाख 31 हज़ार 842 रुपए का बिजली बिल जारी किया है. इस तरह सेक्टर में पहले से ही गलत बिल आते रहे हैं। बिल को सही कराने के लिए उपभोक्ता को ही विद्युत निगम के चक्कर लगाना पड़ता है। विद्युत निगम लगातार शिकायतों के बावजूद प्रणाली को सुधार नहीं कर रहा है।
बिल देख बिजली उपभोक्ता के उड़े होश
बसंत कुमार शर्मा के फोन पर बिजली बिल का मैसेज आते ही उनके होश उड़ गए थे. बसंत शर्मा रेलवे में नौकरी करते हैं और अभी हिमाचल के शिमला में प्रशिक्षण ले रहे हैं. विद्युत निगम के अधिकारियों को इस मामले को लेकर जल्द ही शिकायत दर्ज करवाएंगे.
28000 गुना ज्यादा आ गया बिजली का बिल
मौजूदा समय में उनके घर पर घरेलू सहायिका रहती है. उनके घर का औसत बिल 1000 रूपए के करीब आता है. पिछले महीने बिजली का बिल 1400 रूपए आया था. लेकिन इस बार का बिल 28000 गुना ज्यादा आया है। विद्युत निगम की लापरवाही का यह नतीजा सीधे तौर पर नजर आ रहा है.
बिना रीडिंग बिल
विद्युत निगम में मीटर रीडिंग निजी संस्थाओं द्वारा की जाती है। इसमें मीटर रीडर को हर बिल का भुगतान किया जाता है। जिले में गलत बिल बनाने के मामले लगातार आते रहते हैं। गलत मीटर रीडिंग इसकी सबसे बड़ी वजह है। मीटर रीडर अक्सर मौके पर ही रीडिंग लेता है। सेक्टर-22 के सुदर्शन अवस्थी ने कहा कि पहले भी उनके सेक्टर में मीटर रीडर द्वारा गलत बिलिंग के मामले हुए हैं। उनके पास भी विद्युत निगम से शिकायत थी।