उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनेगा नया बस स्टैंड, 6 एकड़ जमीन पर होगा निर्माण
इसके साथ-साथ जिले के 225 ग्रामीण रूटों पर ई बसों और डबल डेकर बसों का संचालन किया जाएगा। इस योजना के लिए जमीन चिन्हित करके प्रस्ताव प्रशासन के पास भेजा जा चुका है। यह बस स्टैंड बनने के बाद शहर के बीच में स्थित पुराने अड्डे पर भी सवारीयों का दबाव कम होगा।
जिले की बढ़ रही जनसंख्या को देखते हुए कई सालों से पुराने बस स्टैंड पर यात्रियों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्योंकि शहर के बीचो-बीच जगह कम होने के कारण सुविधा भी सीमित हो चुकी है। इसी बीच बीते वर्ष सरकार ने सिटी बसों के तहत ई बस सेवा का संचालन किया है।
आज के समय में जिले में करीबन 25 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही करीबन 100 बसों का और संचालन किया जाएगा। शहर में 100 बसों का चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए करीबन 7.30 करोड रुपए का खर्च किया गया है। रोडवेज विभाग डीजल बसों को बंद करके इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का प्लान बना रहा है।
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर होगा काम
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत परिवहन सेवाओं में सुधार करने के लिए निजी बस ऑपरेटरों को भी सम्मिलित किया जाएगा। मंडला आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित करके निजी बसों का अनुबंध करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित मार्गों के लिए परमिट जारी किए जाएंगे।
इन रूट को किया गया चिन्हित
इलेक्ट्रिक बेसन और डबल डेकर बसों को चलाने के लिए बरेली बदायूं और पीलीभीत में करीबन 225 रुटों को चिन्हित किया गया है। इनमें प्रमुख रूप से बरेली-फैजुल्लापुर-सेंथल-बरीर, नवाबगंज-राजधार, नवाबगंज- कल्याणपुर-कटईया-ज्योत-मरगापुर, फरीदपुर-पढ़ेरा, भुता-बिथरी, फरीदपुर-बुखारा, बदायूं-भोजपुर, बिसौली-बदायूं, दवतोरी-बिसौली, सहसवान-इस्लामनगर-चंदौसी, बिसौली-कछला, म्याऊं-भद्रा, पीलीभीत-दियोरिया, पूरनपुर-सुखदासपुर, जमुनिया-सिद्धबाबा, ईटगांव-करेली-सिगापुर रूट शामिल हैं।