Mosquito: सर्दीयों में क्यू गायब हो जाता मच्छरों का कुनबा, क्यू पीते मच्छर खून, मिला इसका सही जवाब
सभी जानते हैं कि मच्छर खून चूसते हैं। गर्मियों में मच्छर आते हैं, लेकिन ठंड में कहां गायब हो जाते हैं? क्या ये ठंड में मर जाते हैं? ये क्यों खून चूसते हैं? मच्छरों की खून पीने की आदत कैसे विकसित हुई? वैज्ञानिकों की खोज आज आपके सभी सवालों का जवाब देगी।
Mosquito: सभी जानते हैं कि मच्छर खून चूसते हैं। गर्मियों में मच्छर आते हैं, लेकिन ठंड में कहां गायब हो जाते हैं? क्या ये ठंड में मर जाते हैं? ये क्यों खून चूसते हैं? मच्छरों की खून पीने की आदत कैसे विकसित हुई? वैज्ञानिकों की खोज आज आपके सभी सवालों का जवाब देगी। आप इसके पीछे की वजह जानकर हैरान हो जाएंगे। क्योंकि मच्छरों की शुरुआत में खून पीने की आदत नहीं थी यह परिवर्तन धीरे-धीरे हुआ है।
इसलिए मच्छर खून पीने लगे
क्योंकि वे सूखे क्षेत्रों में रहते थे, मच्छरों ने इंसानों और अन्य जानवरों का खून पीना शुरू किया। प्रजनन करने के लिए मच्छरों को पानी चाहिए। ऐसे में, सूखे मौसम में मच्छर जानवरों या इंसानों का खून चूसना शुरू कर देते हैं जब उनके प्रजनन के लिए पानी नहीं मिलता है।
ऐसे मच्छरों पर अध्ययन किया
न्यू जर्सी की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एडीज एजिप्टि (Aedes Aegypti) मच्छरों पर एक अध्ययन किया। यह मच्छर डेंगू, जीका वायरस और पीला बुखार फैलाते हैं। New Scientist में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एडीस एजिप्टी मच्छर की कई प्रजातियां अफ्रीका में रहती हैं। इन मच्छरों की कुछ प्रजातियां खून नहीं पीतीं, बल्कि कई अन्य चीजों को खाकर जीवित रहती हैं। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता नोआह रोज ने बताया कि उन्होंने 27 स्थानों से एडीस एजिप्टी मच्छर के अंडे प्राप्त किए और इन अंडों से मच्छरों को निकलने दिया। बाद में इंसानों को दूसरे जीवों के साथ लैब में बंद डिब्बों में छोड़ा गया।
कई मच्छर खून नहीं पीते हैं।
नोआह ने कहा कि यह गलत था कि सारे मच्छर खून पीते हैं। दरअसल, जिस क्षेत्र में अधिक गर्मी या सूखा होता है, वहां कम पानी होता है। ऐसी जगह पर मच्छर प्रजनन करने के लिए नमी की आवश्यकता होती है। इस कमी को पूरा करने के लिए ये लोग दूसरों का खून पीने लगते हैं।
कई हजार वर्ष में आया ये बदलाव
आपको बता दे की शुरुआत में मच्छर खून नहीं पीते थे. यह बदलाव मच्छरों के अंदर कई हजार वर्ष में आया है. एडीस एजिप्टी मच्छरों की खास बात यह थी कि बढ़ते शहरों के कारण से ये पानी की किल्लत से जूझने लगे. तब जाकर अंत में इन्होंने इंसानों और जानवरों का खून पीना शुरू किया. लेकिन, जहां इंसान पानी जमा करके रखते हैं वहां पर एनोफिलीस मच्छरों (मलेरिया वाला मच्छर) को कोई परेशानी नहीं होती है. यह अपना प्रजनन कूलर, क्यारी, गमले जैसी जगहों पर आराम से कर लेते हैं. जैसे ही इन्हे पानी की कमी महसूस होती है, तब ये तुरंत इंसानों और बाकी जानवरों पर खून पीने के लिए हमला बोल देते हैं.