मध्य प्रदेश में शुरू हुआ स्किन बैंक, जिंदा एवं मृत दोनों दोनों प्रकार की स्किन होगी डोनेट
MP News : मध्य प्रदेश में दूसरा स्किन बैंक शुरू कर दिया गया है. इस स्किन बैंक में 80 डिग्री तापमान पर स्टोरेज की जा सकेगी. इस स्क्रीन बैंक में जिंदा एवं मृत दोनों दोनों प्रकार की स्किन डोनेट की जा सकेगी.
MP Health News : शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल में स्किन बैंक की शुरुआत की गई। यहां जीवित या मृत व्यक्ति की त्वचा दान की जा सकेगी। यह प्रदेश का दूसरा और शहर का पहला स्किन बैंक है। इससे पहले जबलपुर के मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल में इसकी शुरुआत की गई थी। करीब 15 लाख रुपए की लागत से बने इस स्किन बैंक की स्थापना कमला नेहरू अस्पताल भवन की पहली मंजिल पर की गई है। यहां औसतन एक महीने में 60 मरीज आते हैं, जिनमें से 40 मरीजों को त्वचा की जरूरत होती है।
दान की गई त्वचा सामान्य हो जाती है। इसे माइनस 20 डिग्री तापमान पर रेफ्रिजरेटर में 3 महीने तक स्टोर किया जा सकता है। वहीं, स्किन बैंक में छह महीने और उससे भी ज्यादा समय तक त्वचा को सुरक्षित रखने की सुविधा है। यहां माइनस 80 पर रखने की सुविधा है।
60 बोतल रखने की क्षमता
स्किन बैंक में दो हजार लीटर क्षमता वाला डीप फ्रीज और तीन हजार लीटर क्षमता वाला कूलिंग कैबिनेट है। इसलिए यहां 100 ML की 60 से अधिक की बोतलें रखी जा सकती हैं। स्किन बैंक के उद्घाटन के दौरान डीएमई डॉ. एके श्रीवास्तव, जीएमसी डीन डॉ. कविता एन सिंह, हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन और डॉ. कविता कुमार मौजूद रहीं।
स्किन डोनेशन की सुविधा
MP की राजधानी भोपाल में अभी तक स्किन बैंक नहीं था, इसलिए स्किन डोनेशन की सुविधा नहीं थी। गौरतलब है कि हादसों में झुलसे लोगों के इलाज के लिए स्किन की जरूरत होती है। बर्न एंड प्लास्टिक डिपार्टमेंट ने इसके लिए प्रस्ताव करीब नौ महीने पहले बनाया था। यह प्रस्ताव कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन को भेजा गया था और बजट की मांग की गई थी। स्किन बैंक को बजट मिलने पर शुरू करने के लिए प्रक्रिया शुरू हुई, इसके लिए आवश्यक उपकरण और संरचना जुटाई गई। इसके बावजूद, इस बैंक में एक वर्ष से काम चल रहा था। पिछली बार भी मामला एथिकल कमेटी तक पहुंचा था, लेकिन व्यवस्थाओं की पूर्ति नहीं हुई थी। इस वजह से अनुमति नहीं मिली पाई थी।