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Life Line Express : रेलवे की इकलौती ट्रेन, जिसमें फ्री में होता है इलाज

Indian Railway: आपने कईं तरह की ट्रेंने देखी होंगी लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय रेलवे की तरफ से एक हॉस्पिटल ट्रेन भी चलाई गई हैं। इस ट्रेन में नाम लाइफलाइन एक्सप्रेस हैं और इसका मुख्य लक्ष्य उन इलाकों में मेडिकल सुविधाएं उपलब्‍ध कराना है जहां चिकित्‍सा सेवाओं का कमी हैं.
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Life Line Express: The only train of Railways, in which treatment is provided for free.

Saral Kisan : भारतीय रेलवे (Indian Raiway) कई तरह की ट्रेनें चलाती है. मेल, एक्‍सप्रेस, पैसेंजर, दुरंतो और वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन का नाम तो आपने जरूर सुना होगा. लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि भारतीय रेलवे की एक हॉस्पिटल ट्रेन (Hospital Train) भी है.

यह ट्रेन पटरियों पर चलता पूरा अस्‍पताल है. लाइफलाइन एक्‍सप्रेस (Lifeline Express Trian) नामक यह ट्रेन दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन है. यह अस्पताल पिछले 32 वर्षों से देश के लोगों की सेवा कर रहा है.

लाइफ लाइन एक्सप्रेस की शुरुआत साल 1991 में हुई थी. इसे दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन होने का गौरव प्राप्त है. इस ट्रेन के जरिए भारतीय रेलवे देश के उन दूर दराज इलाकों में स्वास्थ्य संबंधी मदद पहुंचाती है जहां हॉस्पिटल नहीं हैं या फिर जहां आसानी से दवाईयां या फिर डॉक्टर नहीं पहुंच सकते. रेलवे बोर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक लाइफलाइन एक्‍सप्रेस से 12 लाख लोगों का इलाज हो चुका है.

मौजूद हैं तमाम सुविधाएं -

इस हॉस्पिटल ट्रेन में अत्याधुनिक उपकरण और डॉक्‍टरों की टीम मौजूद रहती है. इस ट्रेन में 2 मॉर्डन ऑपरेशन थिएटर और 5 ऑपरेटिंग टेबल समेत वह सारा साजो-सामान उपलब्‍ध है, जिसकी जरूरत मरीजों के इलाज के लिए होती है. सर्जनों ने इस ओटी में कटे होठ, पोलियो और मोतियाबिंद जैसे कई ऑपरेशन किए हैं. इसके हर कोच में आपको पॉवर जेनरेटर, मेडिकल वार्ड, पैंट्री कार और मेडिकल सुविधाएं मिल जाएंगी.

हादसा होने पर चलती है ARME ट्रेन

अगर कोई रेल हादसा हो जाता है, वहां पर घायलों के इलाज के लिए लाइफलाइन एक्‍सप्रेस को नहीं भेजा जाता है. इसकी बजाय दुर्घटना राहत चिकित्सा उपकरण ट्रेन (Accident Relief Medical Equipment / ARME) का इस्‍तेमाल सहायता पहुंचाने के लिए किया जाता है.

मेडिकल सुविधाओं से युक्‍त इस ट्रेन में वो सभी सामान होता है, जो इलाज के लिए जरूरी होता है. इस ट्रेन को सभी ट्रेनों से अधिक तवज्जो दी जाती है. इसके आगे यदि राजधानी या शताब्दी जैसी ट्रेनें भी चल रही होंगी, तो उन्हें रोककर इस ट्रेन को रास्ता दिया जाता है. यह भारतीय रेलवे की सबसे High Priority ट्रेन है.

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