राजस्थान में विद्यार्थियों का बढ़ेगा लर्निंग लेवल, सरकारी स्कूलों में होगा बदलाव
Rajasthan Government School : राजस्थान में शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के स्तर पर लाने के लिए नवाचार करने जा रहा है। इसके तहत आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को सुधारा जाएगा, ताकि वे बोर्ड परीक्षाओं और बाद में प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़ न जाएं।
Rajasthan News : राजस्थान में शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए शैक्षणिक योजना तैयार कर ली है। इसके तहत विद्यार्थियों का अधिगम स्तर किसी भी तरह से उनकी कक्षा के स्तर से कम नहीं होने दिया जाएगा। शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत सरकारी स्कूलों में प्रतिदिन रिवीजन का सातवां पीरियड लगेगा। शिक्षकों को पूरे सप्ताह में हर शनिवार को इस पीरियड में की गई पढ़ाई का आंकलन भी करना होगा। इसके आधार पर शिक्षक ट्रैकिंग करेंगे।
सोमवार और मंगलवार को गणित और विज्ञान के वही विषय दोबारा पढ़ाने होंगे, जो विद्यार्थियों के जेहन में नहीं आता हों। इस पूरी कवायद के पीछे का विचार छात्रों की पढ़ने की क्षमता को विकसित करना है।
विभाग ने सत्र के लिए यह विजन तय किया
- सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार लाना।
- विद्यार्थी के कक्षा स्तर के अनुरूप अधिगम स्तर लाना।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में राज्य एक आदर्श राज्य बन गया है।
- पढ़ाई को आसान, मनोरंजक और रोचक बनाना है।
वर्कशीट में भरा जाएगा छात्रों का मूल्यांकन
- शिक्षा निदेशालय के एसओ अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि विशेष पीरियड स्कूल में कार्यरत शिक्षकों में से किसी एक द्वारा लिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने वर्कशीट भी जारी कर दी है। नई व्यवस्था का उद्देश्य बच्चों की पढ़ाई में भागीदारी सुनिश्चित करना है। इसमें
- वर्कशीट भरी जाएगी। सप्ताह के अंतिम दिन शिक्षक मूल्यांकन करेंगे कि बच्चे को कौन सा अध्याय या गणित का प्रश्न गहराई से समझ में नहीं आया। फिर सोमवार और मंगलवार को उस विषय की अवधि में शिक्षक उसे फिर से समझाएंगे।
यह योजना कक्षा 1 और 2 के लिए होगी
- छात्रों को पढ़ने, लिखने और समझने में सक्षम बनाना। सत्र 2026-27 तक संख्या पहचान और बुनियादी गणितीय संक्रियाओं में पारंगत बनाना।
- कक्षा 3 में जाने से पहले छात्रों में पढ़ने, लिखने और अंकगणित के कौशल विकसित होते हैं।
यह योजना कक्षा 3 से 8 के लिए होगी
- कक्षा 3 से 5 के छात्रों के पढ़ने के कौशल में सुधार करना। शब्दों के सही उच्चारण, वाक्य संरचना, वर्तनी और व्याकरण का ज्ञान और लेखन कौशल में वृद्धि।
- ज्ञान में कक्षा स्तर की दक्षता प्राप्त करने में सक्षम हो। गणित और विज्ञान के सभी प्रश्नों में सूत्रों को समझें।
- कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों में साहित्यिक और रचनात्मक कौशल का विकास। गणितीय दक्षता के लिए सरल गणितीय संक्रियाओं की समझ पैदा करना।