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बिहार के 1730 गांवो में जल्द शुरू होगा भूमि सर्वेक्षण, विभाग का आदेश जारी ये कागजात रखें तैयार

विभाग द्वारा 20 प्रखंड के 323 पंचायत और 1730 गांव का सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण का कार्य सबसे पहले छोटे गांव से शुरू किया जाएगा। इसके बाद धीरे-धीरे गांव का बंदोबस्ती शुरू किया जाएगा।
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बिहार के 1730 गांवो में जल्द शुरू होगा भूमि सर्वेक्षण, विभाग का आदेश जारी ये कागजात रखें तैयार

Bihar News : बिहार के छपरा जिले में विशेष भूमि सर्वेक्षण का काम 1 अगस्त से शुरू कर दिया जाएगा। भूमि सर्वेक्षण को लेकर विभाग युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहा है। भूमि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य विवादों को कम करना और डाटा को अपडेट करना है। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम की चारों तरफ सराहना की जा रही है और लोगों को 1 अगस्त का बेसब्री से इंतजार है।

1730 गांवों का होगा सर्वेक्षण

विभाग द्वारा 20 प्रखंड के 323 पंचायत और 1730 गांव का सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण का कार्य सबसे पहले छोटे गांव से शुरू किया जाएगा। इसके बाद धीरे-धीरे गांव का बंदोबस्ती शुरू किया जाएगा। इसके लिए विभाग और प्रशासन द्वारा जबरदस्त तरीके से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर के दौरान भूमि धारकों को जमीन से संबंधित दस्तावेज दिखाने होंगे।

विभाग का आदेश

विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार इस कार्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक अंचलों में एक-एक विशेष सर्वेक्षण शिविर लगाया जाएगा। इस शिविर के दौरान एक-एक प्रभारी दो सर्वेक्षण कानूनगो, दो लिपिक व अंचलों में प्रत्येक चार राजस्व गांव के लिए एक विशेष सर्वेक्षण अमीन को लगाया जाएगा। इसके साथ-साथ सारण के लिए 15 सहायक पदाधिकारी, 15 कानूनगो, 310 अमीन और 20 लिपिक मिले हैं। जो इस कार्य को पूरा करेंगे।

भूमि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य

सरकार द्वारा कराए जा रहे हैं इस विशेष सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य है आधुनिक प्रौद्योगिकी की सहायता से डिजिटल ऑनलाइन अधिकार, अभिलेख एवं मानचित्रों का संधारण संरक्षण एवं अपडेटेशन की प्रक्रिया को निरंतर बनाए रखना है। इस प्रक्रिया को पूरा किए जाने के बाद भूमि की प्रकृति एवं उपयोग के आधार पर रैयतवार लगान निर्धारित करना है। जिससे भूमि विवाद की समस्या खत्म हो जाएगी।

जरूरी होंगे ये कागजात

शिविर के दौरान जमीन मालिकों को जमाबंदी संख्या का ब्यौरा, मालगुजारी रसीद की कॉपी, खतियान की नकल और आधार कार्ड की कॉपी लेकर पहुंचना होगा। इसके साथ-साथ आवश्यकता अनुसार मृत जमाबंदी रैयत का मृत्यु प्रमाण पत्र और वंशावली प्रपत्र भी जमा करवाना होगा।

क्या बोले अधिकारी

अधिकारियों ने बताया कि भूमि से संबंधित बढ़ रहे विवादों को सुलझाने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके बाद विवाद लगभग समाप्त हो जाएंगे। इस प्रक्रिया के दौरान प्रयोग किया जा रहे सभी उपकरण उच्च तकनीकी से लैस होंगे। डीएम के निर्देश के बाद तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आने वाली 1 अगस्त से सर्वेक्षण शुरू हो जाएगा।

जिला बंदोबस्त पदाधिकारी, सारण

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