उत्तर प्रदेश में इन 7 गावों की जमीन की जाएगी अधिग्रहण, बिछेगी नई रेलवे लाइन
UP land Acquisition : उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित करीब 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी अब तेज हो चुकी है. इस रेल लाइन के लिए उत्तर प्रदेश के सात गांवों की जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया अब तेज हो चुकी है. इस नए रेलवे ट्रैक के बन जाने के बाद आम जनता को सस्ता और आरामदायक सफर करने के लिए मिलेगा. रेलवे ट्रैक के बन जाने के बाद रोजगार के साथ-साथ लोग अपना खुद का व्यवसाय भी रेलवे लाइन के आसपास खोल सकते हैं. बहराइच खलीलाबाद रेलवे लाइन के लिए जिले के साथ गांव जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है.
Bahraich Khalilabad via Shravasti Rail line : उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होकर नई रेल लाइन गुजरने वाली है. यह रेलवे ट्रैक उत्तर प्रदेश के 263 गांवों से होकर गुजरने वाला है। केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित बहराइच - खलीलाबाद रेलवे लाइन जो खलीलाबाद से श्रावस्ती मुख्यालय भिनगा होकर बहराइच तक पहुंचेगी. इस रेलवे ट्रैक के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. बता दे की बहराइच के ग्राम हटवा, रायब, इटौझा, रेवली, चुरैला, अशोका नगरौर एवं अमीनपुर नगरौर की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. इसके अलावा जानकारी के लिए बता दें कि खलीलाबाद सिद्धार्थनगर समेत अन्य जिलों में जमीन अधिग्रहण की करवाई पहले ही शुरू करवा दी गई है.
जमीन अधिग्रहण होने के बाद मुआवजे की कार्रवाई
बहराइच से श्रावस्ती से होते हुए खलीलाबाद तक नई रेलवे ट्रैक के लिए जमीन अध्यापति अधिकारी की देखरेख में जमीन की खोज शुरू कर दी गई है. जमीन अधिग्रहण करने का लक्ष्य 2 महीने का निर्धारित किया गया है. केंद्र के रेल मंत्रालय की तरफ से जमीन अधिग्रहण होने के बाद मुआवजे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी. यह रेलवे लाइन केंद्र सरकार की तरफ से प्रस्तावित है।
कई जिलों के लाखों लोगों का सीधा फायदा
इस नई रेलवे लाइन के बन जाने के बाद कई जिलों के लाखों लोगों का सीधा फायदा पहुंचाने वाला है. लोगों को आवागमन करने के लिए अन्य विकल्प की जगह सस्ता और आरामदायक ऑप्शन मिल जाएगा. इसके साथ-साथ रोजगार के साधन भी ज्यादा मुहिया हो जाएंगे. सरकार के नीति आयोग की मंजूरी के बाद साल 2018 में 4940 करोड रुपए की लागत से इस रेल योजना को मंजूरी दी गई थी. इस रेलवे लाइन की लंबाई लगभग 240 किलोमीटर होगी. बहराइच खलीलाबाद रेलवे लाइन के लिए जिले के साथ गांव जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है. यह जमीन अधिग्रहण 40 मीटर की चौड़ाई पर किया जाएगा.
263 गांवों से होकर गुजरेग रेलवे ट्रैक
नई रेलवे लाइन का निर्माण 240.26 किमी खलीलाबाद से बांसी बलरामपुर, श्रावस्ती से बहराइच तक होना है। रेलवे लाइन संतकबीर नगर के 56 गांवों, सिद्धार्थनगर के 93 गांवों, बलरामपुर के 65 गांवों, श्रावस्ती के 30 गांवों और बहराइच के 19 गांवों से गुजरेगी। इसके बनने से इस क्षेत्र के लाखों लोगों को आने-जाने की सुविधा मिलेगी। इससे इन क्षेत्रों का विकास होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
रेलवे लाइन को बनाने में 4939.78 करोड़ रुपए की लागत राशि
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे लाइन को बनाने में 4939.78 करोड़ रुपए की लागत राशि आने वाली हैं। इसमें कई रेलवे स्टेशन, अंडरपास, बड़े और छोटे पुल भी बनाए जाएंगे। रेल सेवा शुरू होने के बाद क्षेत्र महानगरों से सीधे जुड़ जाएगा। इससे क्षेत्र और जिला तेजी से विकसित होंगे। आम जनता को आवागमन में सहूलियत मिलेगी।
भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव पर परिसंपत्तियों का आकलन
तहसील बहराइच के ग्रामों हटवा रायब, इटौझा, रेवली, चुरैला, अशोका, नगरौर और अमीनपुर नगरौर की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। इस परियोजना के लिए खलीलाबाद, सिद्धार्थनगर और अन्य जिलों में पहले से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन बहराइच में काम अभी तक तेज नहीं था। रेल मंत्रालय से पत्र मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सर्वे शुरू किया है। भूमि अध्याप्ति अधिकारी ने सर्वे कार्य के लिए टीमों का गठन किया है। भूमि अध्याप्ति अधिकारी व नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर की देखरेख में बहराइच-खलीलाबाद नई रेल लाइन के लिए रेलवे द्वारा प्रस्तुत किए गए भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव पर परिसंपत्तियों का आकलन किया जा रहा है।