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उत्तर प्रदेश के इस जिले की खुली किस्मत, 40 गांव की जमीन होगी अधिग्रहण

UP News : उत्तर प्रदेश मैं हर क्षेत्र में विकास बड़ी तेजी से करवाया जा रहा है। एक्सप्रेसवे, औद्योगिक गलियारा, एयरपोर्ट के मामले में उत्तर प्रदेश देश का अग्रिम राज्य बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के इस जिले के 40 गांव के लोगों के लिए बड़ी अपडेट सामने आई है। यमुना विकास प्राधिकरण जिले के 40 गाँवो की जमीन अधिग्रहण करेगा। जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए करीब 6000 प्लस हेक्टेयर जमीन खरीदने का लक्ष्य है।

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उत्तर प्रदेश के इस जिले की खुली किस्मत, 40 गांव की जमीन होगी अधिग्रहण

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के नोएडा में बन रही ज़ेवर एयरपोर्ट ने प्रदेश के कई इलाकों की सूरत बदल कर रख दी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यूपी के कई गांव की मौज होने वाली है। इस एयरपोर्ट से इसी साल के अक्टूबर में फ्लाइट का संचालन शुरू भी हो जाएगा। ग्रेटर नोएडा यमुना विकास प्राधिकरण ने इस पर बड़ा ऐलान किया है। प्राधिकरण बड़ी घोषणा करते हुए कहा है की एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए 40 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

40 गांवों की जमीन अधिग्रहण करेगी प्राधिकरण

डॉ अरुणवीर सिंह जो यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ हैं उन्होंने कहा कि बुलंदशहर के 55 गांव उनके क्षेत्र में शामिल है। इन गांव का विस्तार अब चोला रेलवे लाइन तक किया जाएगा। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट ने उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों को नजारा बदल कर रख दिया है। जानकारी के लिए बता दे की अक्टूबर में यहां से उड़ानें शुरू भी होंगी। इस बीच, ग्रेटर नोएडा यमुना विकास प्राधिकरण ने घोषणा की है कि वह 40 गांवों को अधिग्रहण करेगी। जेवर में बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर करना प्राधिकरण का लक्ष्य भी है। इसके परिणामस्वरूप, यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बुलंदशहर के चालिस गांवों को वेयरहाउस, लॉजिस्टिक और नई एक्सप्रेस में जोड़ने के लिए रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे, रेपिड रेल और मेट्रो रेल के साथ जोड़ने का निर्णय लिया है। यमुना विकास प्राधिकरण इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए 77,000 करोड़ रुपये खर्च भी करेगी और इसे पांच वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य हैं। 

55 गांव उनके अधिकार क्षेत्र में शामिल होगें 

प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुण वीर सिंह के अनुसार बुलंदशहर के 55 गांव उनके अधिकार क्षेत्र में शामिल है। इसे चोला रेलवे लाइन तक बढ़ाया गया है। “इस एरिया को विकसित करने के लिए हमें अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता है,” उन्होंने कहा। क्योंकि रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे ने 40 गांव में 16 सेक्टर की 1600 हेक्टेयर जमीन को आपसी सहमति से खरीद लिया है ताकि जेवर एयरपोर्ट के लिए वेयरहाउस, लॉजिस्टिक और नई एक्सप्रेस वे बनाए जा सकें। जबकि 4500 हेक्टेयर जमीन का प्रस्ताव अभी बाकी है।

6000 प्लस हेक्टेयर जमीन खरीदने का लक्ष्य

जानकारी देते हुए प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि करीब 350 सौ हेक्टेयर जमीन पूर्णग्रहण से प्राप्त की जाएगी। जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए करीब 6000 प्लस हेक्टेयर जमीन खरीदने का लक्ष्य है। इन जमीन अधिग्रहण के लिए करीब 13000 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। लेकिन इस जमीन को विकसित करने में 63 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। 3 वर्षों में जमीन को अधिग्रहण कर लिया जाएगा और 5 वर्षों में 77 हजार करोड़ रुपये का विकास किया जाएगा।
 

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