उत्तर प्रदेश की इस नई सिटी के लिए होगा भूमि अधिग्रहण, 4 गुना रेट पर भी भूमि नहीं दे रहे जमीन मालिक
UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि जीडीए के नया गोरखपुर योजना को आकार देने के लिए भू स्वामियों से सहमति के आधार पर वार्ता करके भू अधिग्रहण की कार्यवाही की जाएगी। जीडीए की टीम किसानों से मिलकर जमीन देने के संबंध में बात करेगी.
Saral Kisan : जीडीए के नया गोरखपुर योजना को आकार देने के लिए भू स्वामियों से सहमति के आधार पर वार्ता करके भू अधिग्रहण की कार्यवाही की जाएगी। जीडीए की टीम किसानों से मिलकर जमीन देने के संबंध में बात करेगी। नया गोरखपुर के लिए शासन की ओर से 400 करोड़ रुपये अवमुक्त किया गया है। कुशीनगर रोड पर 13 और बालापार-टिकरिया रोड पर 12 गांवों के किसानों की जमीनें लेकर नया गोरखपुर बसाया जाएगा।
शहर के आसपास के इलाकों में जीडीए की ओर छह हजार एकड़ में नया गोरखपुर बसाया जाना है। योजना के क्रियान्यवन में करीब तीन हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अधिग्रहित की जाने वाली जमीनों के लिए सर्किल रेट से चार गुना ज्यादा कीमत दी जाएगी। हालांकि, इसके लिए पूर्व में जब किसानों के साथ बैठक हुई, तो लोग तैयार नहीं हुए। इसके लिए दोबारा किसानों से बातचीत करने की तैयारी की गई है। जीडीए अधिकारियों का कहना कि पूर्व में कई योजनाओं में आने वाली अड़चनों को देखते हुए पहले भूमि अधिग्रहण कराया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्यवाही होगी।
इन गांवों की जमीनों पर बसेगा नया गोरखपुर-
बालापार-टिकरिया रोड के बालापार, मानीराम, परमेश्वरपुर, विशुनपुर, देवीपुर, ठाकुरपुर नंबर एक व दो, महराजगंज, रामपुर गोपालपुर, बैजनाथपुर, सोनबरसा, दौलतपुर, रहमतनगर और कुशीनगर रोड के रुद्रापुर, बहरामपुर, भैसहां, आराजी बसडीला, जगदीशपुर, आराजी मतौनी व माड़ापार, तकिया मेदिनीपुर, कोनी, कुसम्ही, मठिया बुजुर्ग, सिसवा उर्फ चनकापुर में नया गोरखपुर बसाया जाएगा।
ये सुविधाएं होंगी-
जीडीए अधिकारियों के अनुसार नया गोरखपुर जंगल कौड़िया-जगदीशपुर रिंग रोड के आसपास ही बसाया जाएगा। ताकि लोगों को अच्छी यातायात सुविधा मिल सके। योजना के अंतर्गत होटल, अस्पताल, बाजार, स्कूल सहित अन्य प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने कहा कि नया गोरखपुर के लिए शासन से 400 करोड़ रूपये मिले हैं। गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर 13 और बालापार-टिकरिया मार्ग पर 12 गांवों के भू–स्वामियों से सहमति के आधार पर वार्ता करके भू-अधिग्रहण की कार्यवाही में तीव्रता लाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
वैशाली योजना का उपाध्यक्ष ने लिया जायजा, मिट्टी भराई के निर्देश-
जीडीए उपाध्यक्ष ने शनिवार को तारामंडल क्षेत्र में वैशाली योजना का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को योजना में बने पार्क का लेवल सड़क के बराबर लाने के लिए मिट्टी भराई और सेप्टिक टैंक की सफाई के साथ ही उसके जीर्णोद्धार का निर्देश दिया। इस दौरान जीडीए उपाध्यक्ष ने लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं की जानकारी भी ली। लोगों ने बताया कि पार्क में मिट्टी भराई की आवश्यकता है।
प्रभारी मुख्य अभियंता ने उपाध्यक्ष को बताया कि अभी कॉलोनी नगर निगम को हस्तांतरित नहीं की गई है। इसके अधूरे कार्यों जिसमें नीची सड़क को ठीक करने, नालियों की मरम्मत, सीवर लाइन इत्यादि कामों के लिए पूर्व में स्टीमेट तैयार किया गया था। इसमें पार्क में निर्मित सेप्टिक टैंक का जीर्णोद्धार शामिल नहीं किया गया था। इस पर उपाध्यक्ष ने पार्क में मिट्टी भराई कराकर सेप्टिक टैंक के जीर्णोद्धार के लिए अलग से स्टीमेट तैयार कराते हुए उसकी प्रक्रिया पूरी कराने का निर्देश दिया।
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