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साल 2025 तक शुरू हो जाएगा देश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे, इन लोगों को मिलेगा फायदा

हम सभी जानते हैं कि भारत का सबसे पहले एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुंबई के बीच बनाया गया है। जिसकी सुखद यात्रा का लोग लाभ उठा रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं भारत के दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के बारे में जो सूरत और चेन्नई के बीच बनाया जा रहा है।
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साल 2025 तक शुरू हो जाएगा देश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे, इन लोगों को मिलेगा फायदा

Second Longest Expressway : भारत का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे लगभग कर तैयार हो गया है और बचा हुआ पूरा काम बड़ी तेजी से चल रहा है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि साल के अंत तक यह शुरू हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे की वजह से दो शहरों के बीच की दूरी में लगने वाला समय लगभग आधा हो जायेगा।

हम सभी जानते हैं कि भारत का सबसे पहले एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुंबई के बीच बनाया गया है। जिसकी सुखद यात्रा का लोग लाभ उठा रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं भारत के दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के बारे में जो सूरत और चेन्नई के बीच बनाया जा रहा है। इसके कुल लंबाई करीबन 1271 किलोमीटर बताई जा रही है। जिस तरह भारत के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे की लंबाई 1350 किलोमीटर के आसपास की है। यह एक्सप्रेसवे वेस्टर्न घाट से होता हुआ चेन्नई से सूरत को जोड़ेगा। नया एक्सप्रेसवे तैयार होते ही इन दोनों शहरों के बीच की दूरी का समय घटकर आधा हो जायेगा।

भारतीय एजेंसी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा बनाए जा रहे इस एक्सप्रेसवे की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है। इस एक्सप्रेसवे पर करीबन 50000 करोड रुपए की लागत के बाद 50 हजार गाड़ियों का ट्रैफिक सड़क से कम हो जाएगा। अभी इसे फोरलाइन बनाया जा रहा है जिसे आने वाले समय में बढ़ाकर 6 या 8 लाइन किया जा सकता है।

मौजूदा दूरी 1600 किलोमीटर

आज के समय में चेन्नई और सूरत के बीच की दूरी तय करने में करीबन 35 घंटे लग जाते हैं जो समय इस एक्सप्रेसवे के बाद घटकर करीबन 18 घंटे रह जाएगा। अभी इन दोनों शहरों की मौजूदा दूरी 1600 किलोमीटर है जो घटकर 1270 किलोमीटर रह जाएगी। यह सड़क देश के सबसे बड़े 6 राज्यों में से होकर गुजरती है, जो गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु है।  

देश के प्रधानमंत्री ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत चेन्नई सूरत मोटरवे परियोजना के अंतर्गत अक्टूबर 2021 को इसका उद्घाटन किया था। इस परियोजना को पूरा करने के लिए दिसंबर 2025 का समय रखा गया था। इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद भारत के दक्षिण को पश्चिम सीधे जोड़ा जा सकेगा। गुजरात का सूरत शहर कपड़ों का शहर और चेन्नई आईटी सहित अन्य इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इन दोनों शहरों के बीच एक्सप्रेसवे बनने के बाद कारोबार तो बढ़ेगा साथ ही एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी विकसित होगा। सरकार द्वारा इन एक्सप्रेस वे के किनारे रियल एस्टेट डेवलपमेंट करने का प्लान बनाया जा रहा है।

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