भारत देश में अगले आने वाले सालों में किसानों की होगी मोटी कमाई, इन प्रोजेक्ट के लिए होगा अधिग्रहण
Saral Kisan: नए साल में किसानों के घर 'धन वर्षा' होगी। उनकी झोली में लाखों-करोड़ों रुपये आएंगे। साल 2024 में भागलपुर जिले में चार नए प्रोजेक्ट के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। नया प्रोजेक्ट आने से पहले भू-अर्जन विभाग पुरानी परियोजनाओं के लंबित काम को तेजी से निपटा रहा है। भू-अर्जन विभाग के पास अभी भी मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन और वर्तमान एनएच-80 के नए अधिग्रहित क्षेत्र के लिए कुछ रैयतों के लंबित बकाये का भुगतान किया जा रहा है। फोरलेन परियोजना में पट्टीदारों की बढ़ी संख्या और हिस्सेदारी के विवाद के चलते रोज भू-अर्जन वाद की सुनवाई करते हुए पेमेंट का आदेश निर्गत किया जा रहा है।
प्रोजेक्ट 1 : नए साल में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट नवगछिया के कटरिया से बटेश्वर स्थान होते हुए विक्रमशिला स्टेशन तक करीब 18 किलोमीटर रेल सह सड़क पुल का होगा। गंगा नदी पर करीब पांच किमी लंबे पुल के अलावा 12-13 किलोमीटर संपर्क पथ के लिए जमीन की खोज होगी। इस प्रोजेक्ट से नवगछिया और कहलगांव का इलाका ज्यादा समृद्ध हो जाएगा। यह भागलपुर का मेगा प्रोजेक्ट भी होगा। क्योंकि इससे न सिर्फ पूर्व-मध्य रेलवे और पूर्व रेलवे का मिलन होगा। बल्कि दो राष्ट्रीय उच्च पथों क्रमश: एनएच 31 और एनएच 80 का भी जुड़ाव हो जाएगा।
प्रोजेक्ट 2 : समानांतर पुल के निर्माण से पहले वर्तमान विक्रमशिला सेतु के दोनों ओर की टू-लेन सड़क फोरलेन में बदला जाएगा। करीब 14 किमी लंबी वर्तमान सड़क को फोरलेन में करने के लिए दोनों साइड जमीन की जरूरत होगी। हालांकि एनएच विभाग के पास अभी दोनों ओर पर्याप्त जमीन है। फिर भी विभाग भविष्य को देखते हुए 6 और 8 लेन तक की योजना के हिसाब से जमीन का अधिग्रहण करेगा। फोरलेन निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। दिल्ली की एक एजेंसी रोड्रिक कंसल्टेंसी को सर्वे और डीपीआर बनाने का जिम्मा दिया गया है।
प्रोजेक्ट 3 : भागलपुर शहर में बढ़ती भीड़ और दक्षिणी हिस्सों में वाहनों के आवागमन की सुविधा को देखते हुए उल्टा पुल से गुड़हट्टा चौक, काजीचक, हुसैनाबाद के रास्ते अलीगंज बायपास तक सेमी फोरलेन का निर्माण किया जाना है। ताकि वर्तमान 7-8 मीटर की सड़कें 20 मीटर तक हो सके। इसके लिए मापी शुरू हो गई है। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के बाद कई जगहों पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह रोड पहले हंसडीहा फोरलेन पोजेक्ट में था, लेकिन अंतिम क्षण में यह पार्ट निकालकर शेष काम कराया जा रहा है।
प्रोजेक्ट 4 : दक्षिणी हिस्से की समस्या को देखते हुए भोलानाथ और बौंसी आरओबी (रेल ओवरब्रिज) पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है। इसके लिए भी करीब एक किमी के दायरे में आए कुछ लोगों की जमीन ली जाएगी। इशाकचक और डिक्शन के पास फ्लाईओवर तक फ्लाइंग एप्रोच रोड निर्माण की मांग प्रक्रियाधीन है। संभव है कि इसे अंतिम समय में प्रोजेक्ट से जोड़ लिया जाए। ऐसे में दोनों क्षेत्र के करीब 100 से अधिक रैयतों की जमीन ली जाएगी।
इस बाबत डीएलएओ विनोद कुमार ने बताया कि फिलहाल इन चारों परियोजना के लिए भू-अर्जन का लिखित प्रस्ताव कार्यालय को नहीं मिला है। मौखिक रूप से यह पता है कि इन प्रोजेक्ट का भू-अर्जन किया जाना है। संभव है कि 2024 में इन चारों परियोजना के लिए अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो सके।