हिमाचल में PMGSY के तहत 100 की आबादी वाले गांव सड़कों से जुड़ेंगे, चौथे चरण में बनेंगे 200 रोड़
Himachal Pradesh : प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के 100 की आबादी वाले गांव अब सड़क सुविधा से जुड़ पाएंगे। इससे पहले सड़क बनाने का काम तीन चरणों में किया गया है। जिसमें अधिकतर ढाई सौ से 1000 की आबादी वाले गांव को जोड़ा जा चुका है। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए चौथे चरण में छोटे गांव में सड़के पहुंचाने का काम किया जाएगा। इससे पहले हिमाचल के करीबन 100 गांव को फायदा मिल चुका है। सरकार के अनुसार चरण 4 में सड़कों की लंबाई करीबन 900 किलोमीटर और बढ़ जाएगी।
लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार का सड़कों की गुणवत्ता के और विशेष ध्यान है। उन्होंने बताया कि जिन ठेकेदारों को सड़के बनाने का काम आवंटित किया गया है। उन्हें 5 साल तक सड़कों को रिपेयर करना होगा। वह खुद जाकर सड़कों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चंबा के बाद अब मंडी की सड़कों का निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान जूनियर इंजीनियर से लेकर के इंजीनियर तक मौजूद रहेंगे। इसके बाद सचिवालय में अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक की जाएगी।
ठेकेदार होंगे ब्लैक लिस्ट
उन्होंने बताया कि जो ठेकेदार सड़क, पुल और भवन बनाने के कार्यों में लापरवाही बरतेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समय-समय पर विभाग द्वारा गुणवत्ता की जांच रखी जाएगी और इसके लिए निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। ठेकेदार को तीन बार नोटिस जारी होने के बाद ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की क्वालिटी कंट्रोल टीम को मजबूत किया जा रहा है। विंग द्वारा जगह-जगह चल रहे निर्माण कार्यों की निरंतर क्वालिटी की जांच करके नमूने लेने होंगे। ताकि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा सके और कल को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।