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Housing Properties : यदि घर खरीदना है तो अब न करें देरी, प्रोपर्टी में आने वाला है तगड़ा बूम, जानें वजह

Rise in housing properties in 2023: प्रोपर्टी में निवेश युवाओं की पहली पसंद बन चुका है. हाल ही में आए एनारॉक कंज्‍यूमर सेंटिमेंट सर्वे के मुताबिक मेट्रो शहरों के बजाय टियर-टू शहरों में हाउसिंग की डिमांड बढ़ रही है.

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Housing Properties: If you want to buy a house then do not delay now, there is going to be a huge boom in property, know the reason

Saral Kisan : अगर आप घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो उसे जल्‍दी अमलीजामा पहना दें क्‍योंकि देर आपको भारी पड़ सकती है. प्रोपर्टी में निवेश के लिए आपके आगे-पीछे लंबी लाइन लगी हुई है और आने वाले समय में ये लाइन और भी ज्‍यादा बढ़ने जा रही है, ऐसे कई बेहतर प्रोजेक्‍ट आपकी देरी की वजह से हाथ से निकल सकते हैं. आपको बता दें कि आने वाले महीनों में प्रोपर्टी मार्केट में बूम आने वाला है, रियल एस्‍टेट में इन्‍वेस्‍टमेंट पहली पसंद बन सकता है और इसकी प्रमुख वजह देश की युवा पीढ़ी है.

हाल ही में आई एनारॉक कंज्यूमर सेंटीमेंट सर्वेक्षण की रिपोर्ट काफी दिलचस्‍प है जो बताती है कि रियल एस्‍टेट या प्रोपर्टी मार्केट में निवेश खरीदारों की पहली पसंद बन गया है. सर्वे कहता है कि 2023 की पहली छमाही में 60 फीसदी से ज्‍यादा उत्तरदाताओं ने रियल एस्टेट में निवेश करने की अपनी इच्छा व्यक्त की है. यह रुझान पिछले सर्वेक्षण की तुलना में 3 फीसदी ज्‍यादा है.

युवा करने जा रहे सबसे ज्‍यादा निवेश

सर्वेक्षण कहता है कि बढ़ती वित्तीय बाजार अनिश्चितता के कारण निवेशक दीर्घकालिक संपत्ति की तलाश कर रहे हैं. ऐसे में रियल एस्‍टेट यानि कि प्‍लॉट, फ्लैट या घर खरीदने में लोगों की दिलचस्‍पी बढ़ रही है. सर्वे की खास बात है कि प्रोपर्टी में निवेश करने की इच्‍छा रखने वालों में युवाओं की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है. 67 फीसदी प्रतिभागी युवा अपने उपयोग के लिए संपत्ति खरीदना चाहते हैं. 52 फीसदी मिलेनियल्स और 35 फीसदी जेन-एक्स उत्तरदाता अन्‍य संपत्तियों में से प्रोपर्टी में निवेश की योजना बना रहे हैं.

एक प्रोपर्टी पर किस्‍मत आजमाएंगे सैकड़ों लोग

विशेषज्ञों की मानें तो सर्वेक्षण से यह अनुमान लगाना आसान है कि इन्‍वेस्‍टमेंट के लिए ज्‍यादातर युवाओं की पहली पसंद बन रहे रियल एस्‍टेट बाजार में लोगों की भीड़ होने वाली है. आने वाले सालों में एक-एक प्रोपर्टी पर सैकड़ों लोग किस्‍मत आजमाते दिखाई देंगे. वहीं एक अन्‍य सर्वे कहता है कि किराए में बढ़ोत्‍तरी की वजह से भी युवा प्रोपर्टी में निवेश करना चाहते हैं.

ब्‍याज दर बढ़ीं, खर्च योग्‍य आय भी हुई कम

सर्वे के अनुसार 2023 की पहली छमाही में 66 फीसदी उत्तरदाताओं ने अपनी खर्च योग्य आय में कमी का अनुभव किया है जो 2022 में इसी अवधि में दर्ज 61 फीसदी से ज्‍यादा है. उच्च मुद्रास्फीति से उत्पन्न कठिनाइयों, संपत्ति की बढ़ती लागत और पिछले वर्ष में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद भी सर्वे से एक दिलचस्प प्रवृत्ति का पता चलता है. हालांकि सर्वे यह भी कहता है कि बढ़ती मुद्रास्फीति लोगों की घर-खरीदने की क्षमता को सीमित भी कर सकती है.

मेट्रो शहर नहीं ये बन रहे पसंद …

ट्राइडेंट रियल्टी के ग्रुप चेयरमैन एस के नरवर कहते हैं, ‘इस सर्वे से यह साफ है कि रियल एस्टेट लोगों के बीच सबसे पसंदीदा इनवेस्टमेंट एसेट क्लास है. इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ स्थिर होम लोन दरें और अन्य अनुकूल चीजें शहरों में आवास विकास को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन दिलचस्प बात यह है कि हाई क्‍लास लाइफ और आराम चाहने वाले खरीदार लगातार शांत, प्रदूषण मुक्त स्थानों पर स्थित बड़े और आलीशान घरों की तलाश कर रहे हैं. मेट्रो शहरों से बाहर जाने की उनकी प्राथमिकता ने पंचकूला जैसे टियर-2 शहरों पर काफी ध्यान केंद्रित किया है.’

2022 के मुकाबले 2023 में 36 फीसदी ज्‍यादा बिके घर

कौस्तुभ चंद्रा, मैनेजर, मार्केटिंग एंड लीजिंग, ब्रह्मा ग्रुप कहती हैं कि कोविड के बाद किराए के घर की चुनौतियों के बाद लोग सुरक्षा की द्रष्टि से अपने घर को प्राथमिकता दे रहे हैं. यही वजह है कि एनारॉक के सर्वे में शीर्ष 7 शहरों में आवास की बिक्री 2022 की तुलना में 2023 की दूसरी तिमाही में 36 फीसदी ज्‍यादा हुई है. इतना ही नहीं लोग वन और टू बीएचके के बजाय थ्री बीएचके जैसे बड़े घरों को प्राथमिकता दे रहे हैं.

प्रोपर्टी में है ऊंचा रिटर्न

वहीं व्हाइटलैंड कॉर्पोरेशन के फाउंडर नवदीप सरदाना और संतोष अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक एंड सीएफओ, अल्फाकॉर्प कहते हैं कि उच्च रिटर्न चाहने की वजह से भी रियल एस्टेट में निवेश पंसद किया जा रहा है. इसी सर्वे के अनुसार संपत्ति की कीमतों में वृद्धि के बावजूद, 59 प्रतिशत खरीदार अभी भी 45 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये के बीच मध्य श्रेणी और प्रीमियम घरों की तलाश कर रहे हैं. यह 2020 के बाद से इस बजट श्रेणी में घरों की मांग में 10 प्रतिशत की वृद्धि बताता है . 35 फीसदी घर खरीदार 45-90 लाख रुपये के घरों को पसंद करते हैं, जबकि 24 फीसदी 90 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये के घरों को पसंद करते हैं.

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