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Hill Station : इस हिल स्टेशन के आगे फीके हैं नैनीताल, कुल्लू व मनाली, अलग है यंहा का नजारा

नैनीताल उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में एक बहुत ही सुंदर स्थान है। नैनीताल के पास बसा पियोरा भी एक सुंदर द्वीप है। यह खबर आपके लिए बहुत उपयोगी होगी अगर आप भी इस सुंदर स्थान पर घूमना चाहते हैं।  इसमें आप यहां क्या कर सकते हैं और क्या ध्यान देना चाहिए।
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Hill Station: Nainital, Kullu and Manali pale in comparison to this hill station, the view here is different.

Peora Hill Station : हम सभी उत्तराखंड के हिल्स के बारे में जानते हैं, जैसे नैनीताल, कुल्लू और मनाली। नैनीताल के पास बसा पियोरा भी एक सुंदर द्वीप है। अगर आप नैनीताल नहीं जाना चाहते हैं, तो इस बार पियोरा का दौरा कर लीजिए। क्योंकि पियोरा ईको आधुनिकता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए एक आदर्श स्थान है। इसलिए प्रकृति आज भी यहां शासन करती है। इस छोटे से गांव में प्रकृति की छाया में बस एक बाजार है, लेकिन हिमालय के दृश्य आपकी यात्रा का उत्साह बढ़ा देंगे।

पियोरा में क्‍या कर सकते हैं -

बर्ड वॉचिंग: पियोरा में हरे-भरे कई प्रकार के पक्षी आपको देखने को मिल जाएंगे। । पक्षियों की मधुर चहचहाहट हर तरफ गूंजती है। यहां कई ऐसे दुर्लभ पक्षी भी हैं, जिन्‍हें आप केवल यहीं देख सकते हैं। अगर आप बर्ड लवर हैं या उनके बारे में जानने की उत्सुकता है, तो आपके लिए यह जगह स्‍वर्ग है।

ट्रेकिंग: ट्रेकिंग का शौक रखने वाले लोग अक्‍सर यहां की ओर रुख करते हैं। मंत्रमुग्‍ध कर देने वाला वातावरण और उबड़ खाबड़ रास्‍तों पर ट्रेकिंग का अपना अलग ही मजा है। हरे-भरे पेड़ों और बर्फ से ढके पहाड़ों की सुरम्य सुंदरता ट्रैक को और भी मनमोहक बनाती है। ट्रैकिंग के दौरान आप बर्फ से ढके पहाड़ों के शानदार नजारों का अनुभव भी कर सकते हैं।

टहल भी सकते हैं -

टहलें: यदि आप ट्रैकिंग में शामिल नहीं होना चाहते, तो बस हरे-भरे जंगलों के बीच टहलने से ही आपको खूब सुकून मिलेगा। इस दौरान आप पेड़ों, पक्षियों और जानवरों को करीब से देख सकेंगे। ये सभी आपको प्रकृति के करीब होने का एहसास कराएंगे। यहां आकर सच मानिए आपका शरीर और आत्मा फिर से जीवंत हो उठेगी।

पिकनिक: पियोरा की सुंदरता के कारण यह एक बेहतरीन पिकनिक स्‍पॉट भी है। आप प्रकृति के बीच बैठकर अपनों के साथ समय बिताते हुए स्‍वादिष्‍ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।

फल चुनना: क्‍या आप जानते हैं कि पियोरा में रसदार फल देने वाले पेड़ों की भरमार है। यहां जाएं और एक टोकरी ले जाएं। जितने चाहें उतने सेब, नाशपाती, आड़ू, प्लम इकट्ठा कर लें। पेड़ों से सीधे ताजे और रसीले फल तोड़ना कितना मजेदार होगा, आप सोच सकते हैं। आप चाहें तो यहां से मशरूम भी चुन सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको विशेषज्ञ की मदद लेनी होगी, क्योंकि पियोरा में जहरीले मशरूम भी उगते हैं। वास्‍तव में फलों का चयन करने से आप खुद को प्रकृति के करीब महसूस करेंगे।

पेओरा घूमने का सही समय -

वैसे तो पेओरा पूरे साल घूमने के लिए अच्छा है। गर्मियों में, दिन गर्म होते हैं। सुबह और शाम ठंडी होती है। इसलिए गर्मियों में खूब पर्यटक यहां आते हैं। सर्दियां आम तौर पर ठंडी होती हैं और सितंबर से मार्च तक बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियां बहुत ही खूबसूरत दिखती हैं। यहां स्‍नोफॉल होता है, लेकिन सर्दियों में नहीं।

पियोरा जा रहे हैं, तो ध्‍यान रखें ये बातें -

यहां जाने के लिए हमेशा आरामदायक कपड़े और जूते पहनें।

यहां बारिश बहुत ज्‍यादा होती है, इसलिए अपने साथ रेनकॉट, विंटर शील्‍ड या छाता जरूर रखें।

यहां पर मच्‍छर और कीड़े का होना आम है, इसलिए मॉस्किटो रेपेलेंट ले जाना ना भूलें।

यहां कोई स्‍पेशल बाजार नहीं है, इसलिए शॉपिंग नहीं की जा सकती। यहां कुछ हर्बल प्रोडक्‍ट जरूर मिलते हैं, जो आप मार्केट से खरीद सकते हैं।

यहां होम स्‍टे नहीं है, लेकिन रहने के लिए घर आसानी से मिल जाते हैं। इसलिए अपने साथ कुछ व्‍यवस्‍था करके जरूर ले जाएं।
पियोरा कैसे पहुंचें -

फ्लाइट से- पियोरा पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा उत्तराखंड में स्थित पंतनगर में है। यह शहर से 77 किमी की दूरी पर स्थित है। इस एयरपोर्ट से आपको एक टैक्सी रेंट पर लेनी होगी जो आपको पियोरा तक ले जाएगी।

ट्रेन से- ट्रेन से जा रहे हैं, तो नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। दिल्ली से सीधी ट्रेन यहां के लिए मिल जाएगी। काठगोदाम रेलवे स्टेशन और पेओरा के बीच की दूरी 77 किमी है। यहां से आपको टैक्सी किराये पर लेनी होगी जो आपको आपके डेस्टिनेशन पर पहुंचा देगी।

बस या फोर व्‍हीलर से- पियोरा दिल्ली से 352 किमी की दूरी पर स्थित है। पूरे रास्ते प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हुए यहां पहुंचने के लिए आप बस या फिर अपने व्‍हीकल से जा सकते हैं। समय-समय पर कई बसें दिल्ली से हल्दवानी तक चलती हैं , जो पियोरा का नजदीकी बस स्‍टॉप है। यहां से आपको अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए 85 किमी की दूरी तय करनी होगी। बस स्‍टॉप से कार हायर करना बेस्‍ट ऑप्‍शन है।

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