NCR में यहां प्रोपर्टी की भारी डिमांड, बड़ी बड़ी कंपनियां खरीद रही जमीन, टेक हब के रूप में बनेगा एरिया
New Delhi : प्लेन अभी नहीं उड़ रहे हैं, लेकिन धन उड़ रहा है। हम जेवर एयरपोर्ट की बात कर रहे हैं। इस हवाई अड्डा को अभी शुरू नहीं किया गया है। लेकिन नोएडा-ग्रेटर नोएडा-यमुना एक्सप्रेसवे (YXP) एरिया इस एयरपोर्ट से बहुत पैसा कमाता है। अब यह बड़ी आईटी कंपनियों, टेलीकॉम उपकरण बनाने वाली कंपनियों और डेटा सेंटर्स के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश स्थान है। यहां भी रियल एस्टेट कंपनियां अपने संस्थानों को बनाने की सोच रहे हैं। नोएडा-ग्रेटर-नोएडा एक्सप्रेसवे और YXP टेक हब के रूप में विकसित होने की उम्मीद है।
बड़ी कंपनियों ने खोले ऑफिस
गुरुग्राम, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में इस समय इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना काफी महंगा है। इन्हें जल्द ही YXP और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे बेल्ट से बड़ा कंपटीशन मिलने लगेगा। इस बेल्ट में पहले से ही HCL, Tech Mahindra और Microsoft मौजूद हैं। अमेरिकी टेक दिग्गज का इंडिया डेवलपमेंट सेंटर 1.5 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है। इसका अगला प्रोजेक्ट 6.45 लाख वर्ग फुट का डेटा सेंटर है। यूपी सरकार के अधिकारियों का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट का इन्वेस्टमेंट लगभग 1,800 करोड़ रुपये होगा। इससे 3,000 नौकरियां पैदा होंगी। फोन और व्हाइट गुड्स के मैन्यूफैक्चरर सेमसंग, डिक्सन, एलजी, ओप्पो, वीवो, लावा और ऑप्टिमस इस बेल्ट में शुरुआती निवेशक थे और वे अपना विस्तार कर रहे हैं।
डिक्सन यहां बनाएगी 3 और यूनिट्स
डिक्सन टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन सुनील वच्चाणी बताते हैं कि उनकी कंपनी की इस एरिया में 8 यूनिट्स हैं। इसके अलावा वे 3 और बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं। वे अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर और जेवर एयरपोर्ट को प्रमुख फैक्टर मानते हैं। उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि नोए़डा मोबाइल और घरेलू उपकरणों की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए अगला हब हो सकता है।'
Yotta बना रही मेगा डेटा सेंटर
हिरानंदानी ग्रुप की फर्म Yotta ग्रेटर नोएडा में 3 लाख वर्ग फुट में एक मेगा डेटा सेंटर बना रही है। जबकि ग्लोबल आईटी इंफ्रा दिग्गज एनटीटी मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई से आगे बढ़कर ग्रेटर नोएडा में डेटा सेंटर के लिए विस्तार कर रही है।
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