हरियाणा पंजाब से जुड़ेगा दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे, इन लोगों को होगा बड़ा फायदा
New Delhi : ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इस महीने निर्माण शुरू हो जाएगा। इसे अगले 24 महीने के अंदर बनाना नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) का लक्ष्य है। इस पर लगभग 1400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एक कंपनी को टेंडर मिल गया है। ये राजमार्ग राजस्थान के अलवर से मुंबई राजमार्ग से शुरू होगा। 86 किमी लंबी राजमार्ग को छह लेन बनाया जाएगा। यह राजस्थान के कोटपूतली जिले में स्थित गांव पनियाला से दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर जोड़ा जाएगा। अभी दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे (एनएच 152डी) गांव पनियाला के निकट ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है।
वर्तमान में अंबाला से मुंबई जाने के लिए चालकों को दिल्ली में प्रवेश करना पड़ता है, इससे फायदा होगा। दिल्ली में अधिक ट्रैफिक के कारण लगभग डेढ़ से दो घंटे का अतिरिक्त समय लगता है। इसके बनने के बाद पंजाब, पंचकूला, चंडीगढ़ या अंबाला के ट्रैफिक को मुंबई जाने के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह प्रस्तावित अलवर-कोटपूतली-अंबाला एक्सप्रेसवे से होकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से अलवर के निकट कनेक्ट होगा। NHAI अधिकारियों ने बताया कि इस कनेक्टिविटी से वाहन चालकों को अंबाला से मुंबई आने-जाने में 3 से 4 घंटे की बचत होगी।
जमीन का अधिग्रहण कर चुका एनएचएआई
इसके लिए एनएचएआई की तरफ से जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। इसके निर्माण में जमीन का 90 प्रतिशत अलवर और 10 प्रतिशत कोठपुतली है।
अलवर-कोटपूतली-अंबाला एक्सप्रेस वे का निर्माण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। अगले महीने निर्माण शुरू होगा। यह लगभग 1400 करोड़ रुपये का खर्च होगा। इसकी लंबाई लगभग 86 किलोमीटर होगी। इससे ट्रांस हरियाणा में स्थित हरियाणा के आठ जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। पंजाब से मुंबई जाना चाहने वाले को दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी। 24 महीने में इस एक्सप्रेस वे को बनाया जाएगा।
मुकेश कुमार मीणा, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर
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ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेस वे कई जिलों से जुड़ता है: महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रोहतक, कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, जींद, रोहतक और भिवानी। इन सभी जिलों के लोगों को मुंबई जाने के लिए दिल्ली में जाना नहीं होगा।
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