सरकार की शानदार स्कीम, आपको 2 लाख का बीमा मिलेगा मात्र 436 रुपए में , जाने
देश की जनता को आर्थिक रूप से मजबूत और सुरक्षित करने के लिए केंद्र सरकार ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना भी ऐसी ही योजना है। सरकार इस बीमा योजना के जरिए देश के हर वर्ग के लोगों को अत्यंत सस्ता बीमा देती है।
Saral Kisan : देश की जनता को आर्थिक रूप से मजबूत और सुरक्षित करने के लिए केंद्र सरकार ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना भी ऐसी ही योजना है। सरकार इस बीमा योजना के जरिए देश के हर वर्ग के लोगों को अत्यंत सस्ता बीमा देती है। सालाना 436 रुपये देकर कोई नागरिक 2 लाख रुपये तक बीमा खरीद सकता है। 2015 में सरकार ने जीवन ज्योति बीमा योजना की शुरुआत की।
इतने पैसे हर साल देने पड़ेंगे
जीवन ज्योति बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए हर साल 436 रुपये देना होगा। 2022 से पहले पॉलिसी खरीदने के लिए केवल 330 रुपये की लागत होती थी। बाद में सरकार ने इसे 436 रुपये कर दिया। इस बीमा का प्रीमियम एक जून से 30 मई तक लागू रहता है। आप इस पॉलिसी को घर बैठे बैंकिंग के माध्यम से या किसी भी बैंक के शाखा में जाकर ले सकते हैं। 18 से 50 वर्ष के लोग जीवन ज्योति बीमा खरीद सकते हैं। जीवनज्योति बीमा पॉलिसी की योग्यता 55 वर्ष है। इस टर्म योजना को हर साल नवीनीकरण कराना पड़ता है। अगर एक साल में प्रीमियम नहीं जमा हुआ, तो आप बीमा का लाभ नहीं मिलेगा और आपकी स्कीम बंद मानी जाएगी।
कितनी रकम क्लेम कर सकते हैं?
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) के तहत पॉलिसी लेने वाले व्यक्ति को किसी भी कारण से मरने पर दो लाख रुपये तक का बीमा मिलता है। इस बीमा का प्रीमियम एक जून से 30 मई तक लागू रहता है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना मोदी सरकार का स्थायी बीमा कार्यक्रम है। टर्म प्लान का अर्थ है कि बीमा पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर बीमा कंपनी इंश्योरेंस का भुगतान करती है। जीवन ज्योति बीमा योजना का समय पूरा होने के बाद भी पॉलिसीधारक को कोई लाभ नहीं मिलता।
आधार है आवश्यक
केंद्रीय मोदी सरकार ने 9 मई 2015 को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) शुरू की, जिसका उद्देश्य देश के हर नागरिक को जीवन बीमा का लाभ देना था। जीवनज्योति बीमा योजना में पॉलिसी लेने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर की जरूरत पड़ती है।
ये पढ़ें : देश के इस स्टेशन पर आज भी है अंग्रेजों का राज, सालाना देना पड़ता है करोड़ों का टैक्स