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इन पशुपालक किसानों को सरकार दे रही 60.50 लाख रुपए, ऐसे करें आवेदन

सरकार ने किसानों और पशुपालकों को भी प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं भी चलाई हैं। इसके बाद वे पुरस्कृत होते हैं। इन पुरस्कारों में पशुपालकों को सम्मान और नकद पुरस्कार मिलता है। प्रदेश सरकार इस कड़ी में पशुपालन में बेहतर काम करने वाले किसानों को पुरस्कार देगी।

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Government is giving Rs 60.50 lakh to these cattle rearing farmers, apply like this

Saral Kisan News : सरकार ने किसानों और पशुपालकों को भी प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं भी चलाई हैं। इसके बाद वे पुरस्कृत होते हैं। इन पुरस्कारों में पशुपालकों को सम्मान और नकद पुरस्कार मिलता है। प्रदेश सरकार इस कड़ी में पशुपालन में बेहतर काम करने वाले किसानों को पुरस्कार देगी। सरकार ने इसके लिए आवेदन मांगे हैं। पुरस्कार के लिए आवेदन करते समय आपको योजना के लिए योग्यता, शर्तें, आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी होनी चाहिए। 

राज्य सरकार ने कृषक पुरस्कार कार्यक्रम शुरू किया है। यह योजना किसानों और पशुपालकों को पुरस्कृत करती है जो कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, जैविक खेती या नवाचारी खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। इसके लिए आवेदन किया गया है। किसान इस योजना में 50,000 रुपये तक का पुरस्कार पा सकते हैं। आत्मयोजना इस योजना का नाम है। इस योजना में प्रत्येक पंचायत समिति एक किसान चुनता है। इस कार्यक्रम के तहत हर जिले की 9 पंचायत समितियों में से 45 किसानों को पुरस्कार मिलता है।

योजना का लाभ किन किसानों को मिल सकता है?

किसान इस योजना में भाग लेकर पुरस्कार पा सकते हैं जिन्होंने कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, जैविक और नवाचारी खेती में उत्कृष्ट काम किया है। कृषि विभाग की आत्मा योजना उनका चयन करेगी। वहीं आत्मा योजना के तहत पुरस्कृत प्रगतिशील किसानों को 2009–10 से 2022-23 तक दोबारा सम्मानित नहीं किया जाएगा।

किसानों को क्या मिलेगा पुरस्कार: राज्य, जिला और पंचायत समिति स्तर पर पुरस्कार पशुपालक किसानों को दिया जाएगा। राज्य स्तर पर चुने गए दो प्रगतिशील किसानों को 50,000 से 50,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। जिला स्तर पर भी दसवीं श्रेष्ठ किसानों को चुना जाएगा। इन्हें 25,000 से 25,000 रुपये का पुरस्कार मिलेगा।

साथ ही राज्य की कुल 355 पंचायत समितियों में से प्रत्येक पंचायत समिति से एक पशुपालक और नवगठित जिलों सहित 48 जिलों में से प्रत्येक जिले से दो पशुपालक सम्मानित किए जाएंगे। चयनित किसानों को पंचायत समिति स्तर पर 10,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। कुल मिलाकर 453 पशुपालकों को 60.50 लाख रुपये मिलेंगे। ध्यान रहे कि इस योजना के तहत एक बार ही एक किसान को सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा।

किसान इस योजना के लिए 30 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। उस दिन तक राजस्थान सरकार ने किसानों से आवेदन मांगे थे, इसलिए राजस्थान के किसान पशुपालक ही इस योजना में भाग ले सकते हैं।

आत्मा योजना के लिए आवेदन करते समय किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? इस प्रकार के दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

योजना से संबंधित निर्धारित पत्रावली में आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो पशुपालक और पशुपालक द्वारा पशुपालन क्षेत्र में जा रहे कार्यों का उल्लेख, जिनसे संबंधित सीडी सहित विवरण देना होगा।

कहाँ भेजें पशुपालक अपने नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था सहित संबंधित जिला कार्यालय के संयुक्त निदेशक या उप निदेशक पशुपालन विभाग को योजना से संबंधित आवेदन पत्र दे सकते हैं।

क्या किया जाएगा? राज्य स्तर पर सम्मानित पशुपालक किसानों को पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव की अध्यक्षता में एक समिति चुनेगी। जबकि जिला करलेक्टर और मजिस्ट्रेट विजेता को चुनेंगे। वहीं, पंचायत समिति स्तर पर उपखंड अधिकारी पशुपालकों को चुनेगा।  वहीं, आप अपने जिले के निकटतम पशुपालन विभाग से अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं।

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