गोरखपुर के विरासत गलियारे को लेकर आया नया अपडेट, अब फोरलेन की जगह दो लेन बनेगी सड़क
विरासत कलियारे की चौड़ाई कम करके नया डिजाइन बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम ने पूरे गलियारे का सर्वे किया है। सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित होने वाले मकान मालिक और दुकानदारों की अपील के बाद सीएम ने लोक निर्माण विभाग को नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है। हालांकि घंटाघर के व्यापारी अब भी बाजार में सड़क की चौड़ाई को 10 मीटर रखने की अपील कर रहे हैं।
Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर के सबसे पुराने मोहल्ले के बीच से बनाए जा रहे विरासत गलियारे की चौड़ाई 16.5 मीटर की बजाय अब 12.5 मीटर की जाएगी। इसके बाद बीच में आने वाले 114 मकान और दुकान बिल्कुल सुरक्षित हो गए हैं। वही बचे हुए 783 मकान आंशिक रूप से तोड़े जाएंगे।
विरासत कलियारे की चौड़ाई कम करके नया डिजाइन बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम ने पूरे गलियारे का सर्वे किया है। सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित होने वाले मकान मालिक और दुकानदारों की अपील के बाद सीएम ने लोक निर्माण विभाग को नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है। हालांकि घंटाघर के व्यापारी अब भी बाजार में सड़क की चौड़ाई को 10 मीटर रखने की अपील कर रहे हैं।
धर्मशाला पुल से अलीपुर से घंटाघर होते हुए पांडेहाता तक जाने वाली सड़क को विरासत गलियारा घोषित किया गया है। पिछले साल इस सड़क को चौड़ा करने के लिए अनुमति दी गई थी। इससे पहले नगर निगम ने इसका आरंभिक सर्वे करवाया था, जिसके बाद पीडब्ल्यूडी को कार्य दाही संस्था के रूप में सौंपा गया था।
पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क के लिए 16.5 मीटर चौड़ी करने का प्रस्ताव तैयार किया था। जिसके लिए 10.50 मीटर चौड़ी सड़क दोनों और 0.5 मीटर कैसी ड्रेन और 2.5 मीटर ग्रैंड डक्ट ड्रेन (बिजली टेलीफोन गैस पाइपलाइन) के लिए अलग नाली बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। इस डिजाइन के अनुसार सर्वे करके निशान लगाए गए थे। विरासत गलियारा 16.5 मीटर चौड़ा करने पर 897 मकान और धर्मशाला सहित 36 दुकान प्रभावित हो रही थी। इसी वजह से लोग मुख्यमंत्री से मिलकर चौड़ाई कम करने की मांग रख रहे थे।
7 मीटर चौड़ी होगी सड़क
अब विरासत गलियारे को 12.5 मीटर चौड़ा किया जाएगा जिसमें सड़क की चौड़ाई 7 मीटर रखी गई है। इसके साथ-साथ 0.5 मीटर केसी ट्रेन और 2.25 मीटर ड्रेन डक्ट निर्मित किया जाएगा। इसके साथ-साथ अतिरिक्त जमीन पर आवश्यकता अनुसार अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए आठ अभियंताओं की टीम सर्वे करेगी। जिनकी ड्यूटी 3.50 किलोमीटर लंबाई पर हर 100 मीटर पर लगाई जाएगी। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य नाली, बिजली के पोल, सड़क के मोड, दुकानों के बीच की दूरी, धार्मिक स्थल समेत कई बिंदुओं पर सर्वे करके रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपना है।
डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया की विरासत के लिए चौड़ाई कम करने के लिए नया डिजाइन बनाया जाएगा। इसके बाद पक्की सड़क, नाली, डक्ट आदि की चौड़ाई को कम किया गया है, जिससे लोगों को कम नुकसान का सामना करना पड़े।