Gorakhpur News: विरासत गलियारे का सर्वे फिर से हुआ शुरू, सड़क की लंबाई-चौड़ाई नापी और लगाया लाल निशान
सर्वे का काम पूरा किए जाने के बाद तहसील की टीम द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। इसके साथ-साथ जायजा लिया जाएगा कि इसमें कितनी सरकारी जमीन आ रही है। इसके बाद रिपोर्ट को फाइनल करके प्रशासन के पास भेजा जाएगा।
Gorakhpur News: गोरखपुर शहर में बनाए जा रहे विरासत गलियारे के तहत नापने का काम शुरू कर दिया गया है। विरासत गलियारे के तहत बनाई जा रही सड़क के लिए अभियंताओं की टीम ने धर्मशाला से लेकर अलीपुर, बक्शीपुर, नखास, रेती होते हुए पांडेहाता तक की लंबाई चौड़ाई नापना शुरू कर दिया है और इन स्थानों पर लाल निशान भी लगाए गए हैं।
सर्वे का काम पूरा किए जाने के बाद तहसील की टीम द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। इसके साथ-साथ जायजा लिया जाएगा कि इसमें कितनी सरकारी जमीन आ रही है। इसके बाद रिपोर्ट को फाइनल करके प्रशासन के पास भेजा जाएगा।
इससे पहले निर्माण कार्य की पूरी जिम्मेवारी लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड 3 को दी गई थी। लेकिन अब यह निर्माण कार्य निर्माण खंड 2 करेगा। विभाग ने बताया कि जनहित को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा कि सड़क को कितना चौड़ा किया जाएगा।
अभी बताया जा रहा है कि पहले तैयार की गई डीपीआर के अनुसार सड़क की चौड़ाई 16.50 मीटर रखी जाएगी। वहीं व्यापारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद सड़क को 12.50 मीटर तक चौड़ा करने का आश्वासन मिला है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कार्य शुरू करवाने से पहले परियोजना से जुड़े डीपीआर की जांच करने और अन्य कार्यों की जरूरी प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। इस निर्माण की कड़ी में सड़क की लंबाई नापी गई है। वहीं इसका सर्वे कार्य राजस्व विभाग की टीम द्वारा किया जाएगा। इसके बाद फैसला लिया जाएगा की सड़क चौड़ीकरण के दौरान कितनी सरकारी जमीन प्रभावित हो रही है।
रिपोर्ट तैयार करके प्रशासन के पास भेजी जाएगी और जरूरी दिशा निर्देशों के अनुसार निर्माण कार्य को शुरू करवाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर सड़क की नपाई शुरू होने के बाद व्यापारियों की टेंशन बढ़ गई है। सड़क की चौड़ाई को लेकर पूरे दिन प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों व्यापारियों में तरह-तरह की चर्चाएं देखने को मिली।
पीडीए खंड द्वितीय के एक्सियन अरविंद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले सड़क की चौड़ाई का सर्वे करवरकर डीपीआर तैयार की जाएगी। इसकी स्वीकृति लेने के लिए प्रशासन के पास भेजा जाएगा। वहां से निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाए