उत्तर प्रदेश वालों के लिए बेहद अच्छी खबर, 12 हजार गावों में शुरू होगी बस सेवा
UP News : योगी सरकार (yogi government) प्रदेश के हर गांव तक परिवहन निगम की बस सेवा को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। परिवहन निगम के माध्यम से सरकार अब तक प्रदेश के 88 हजार गांवों तक बस सेवा मुहैया करा चुकी है और बाकी बचे 12200 गांवों तक भी बस सेवा जल्द मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके लिए सरकार ने अनुबंधित बसों के माध्यम से लक्ष्य को पूर्ण करने की योजना बनाई है। शुक्रवार को विधानसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में सरकार की ओर से इसकी जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि हाल ही में यूपीएसआरटीसी के एक कार्यक्रम में स्वयं सीएम योगी (CM Yogi) ने मंच से प्रदेश के प्रत्येक गांव तक बस सेवा मुहैया कराने की अपील की थी।
बढ़ाई जाएगी अनुबंधित बसों की संख्या-
विधानसभा सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) ने बताया कि सरकार मुहिम के तहत कार्य कर रही है और जल्द ही प्रदेश का एक भी गांव ऐसा नहीं होगा जहां परिवहन निगम की बस सेवा न उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि लोगों को रोजगार देने के लिए अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि हर गांव तक बस सेवा को पहुंचाया जा सके।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में परिवहन निगम की कुल 110118 बसें संचालित हैं। इनमें 81070 निगम की बसें हैं और 29048 अनुबंधित बसें हैं। यानी 26 प्रतिशत बसें अनुबंधित हैं और 74 प्रतिशत बसें रोडवेज (Buses Roadways) की हैं। परिवहन मंत्री ने इस दौरान परिवहन निगम की आय से संबंधित सवाल का भी जवाब दिया। उन्होंने बताया कि पहले जहां परिवहन निगम को प्रतिदिन 11 से 12 करोड़ की आमदनी हो रही थी तो अब यह 18 करोड़ से 21 करोड़ प्रतिदिन के बीच तक पहुंच गई है।
यूपी में एक भी बस डग्गामार नहीं-
प्रदेश में डग्गामार बसों से संबंधित प्रश्न के जवाब में परिवहन मंत्री ने जोर देकर कहा कि एक भी डग्गामार बस प्रदेश में संचालित नहीं हो रही है। उन्होंने डग्गामार शब्द पर आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रदेश में एक भी बस ऐसी नहीं मिलेगी जो बिना नेशनल परमिट के चल रही हो। हर बस को इंश्योरेंस और फिटनेट टेस्ट (fitness test) के बाद ही चलाने की अनुमति है।
उन्होंने कहा कि जो लोग नियमों का उल्लंघन करके बसें चला रहे हैं, उनके खिलाफ परिवहन विभाग कड़ी कार्रवाई कर रहा है। इस मामले में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना (Parliamentary Affairs Minister Suresh Khanna) ने कहा कि सरकार हर गांव तक बसें चलाना चाहती है, लेकिन नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एयरपोर्ट की तर्ज पर बन रहे बस अड्डे-
परिवहन मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया कि उत्तर प्रदेश में बस अड्डों को एयरपोर्ट की तरह आधुनिक बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसके लिए 5 बस अड्डों (गाजियाबाद, कौशांबी, आगरा, प्रयागराज, लखनऊ) के विभिन्न बस अड्डों के कायाकल्प के लिए एमओयू हो चुका है और जल्द ही सीएम इसका शिलान्यास करेंगे।
इसके अतिरिक्त 8 बस अड्डों के आधुनिकीकरण के लिए एमओयू साइन होने हैं और 18 के लिए टेंडर जारी करने जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि परिवहन निगम की बसों में 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को निशुल्क यात्रा की योजना मुख्यमंत्री के संकल्प में है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
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