गोरखपुर-छपरा रेलवे लाइन के किनारों पर लगेगी फेंसिंग, मवेशी या इंसान क्रॉस नहीं कर पाएंगे
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के बारंबाकी-गोरखपुर रेलवे स्टेशन के बीच फेंसिंग लगाए जाने के कार्य को तेजी दी गई है। यूपी के रेलवे विभाग द्वारा इस कार्य को पूरा करने के साथ ही गोरखपुर से लेकर छपरा स्टेशन तक ट्रैक की फेंसिंग का काम शुरू किया जाएगा। इन रूट पर फेंसिंग का काम हाईस्पीड ट्रेनों को चलाने के माध्यम से किया जा रहा है। इन फेंसिंग को लगाने का मुख्य कारण है यह भी है कि रेलवे ट्रैकों पर हो रहे हादसों कों रोका जा सके और दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
इस वजह से किया जाएगा, फेंसिंग का निर्माण
रेलवे प्रशासन द्वारा इसको लेकर बताया गया कि, इस रेलवे ट्रैक के खुला होने के कारण इसके आसपास के गांव के लोग इस ट्रैक को मर्जी आए वहां से पार करने लगते हैं। इसके अलावा, इस ट्रैक के खुला होने के कारण इस पर जानवर भी पहुंच जाते हैं, जिसके चलते बहुत से हादसों का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर लखनऊ से गोरखपुर होकर छपरा ट्रैक से निकलने वाली वंदे भारत जैसी तेजी से चलने वाली ट्रेनों को ध्यान में रखते हुए इस मार्ग को फेंसिंग के द्वारा सुरक्षित किया जा रहा है। क्योंकि ऐसा करने से एस मार्ग पर होने वाले बड़े खतरों को रोका जा सकता है।
इन स्टेशनों पर किया जाएगा, फेंसिंग का कार्य
फेंसिंग के कार्य को पूर्ण करने के लिए पहले स्टेप में बारंबाकी से गोरखपुर के बीच फेंसिंग का निर्माण किया करवाया जा रहा है। इससे पहले ट्रैकों पर फेंसिंग करवाने की सुविधा घनी आबादी के स्थान के आसपास दी जाती थी, मगर अभी प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ फेंसिंग का निर्माण किया जाना है। सूत्रों के अनुसार, बारंबाकी से लेकर गोरखपुर के बीच कार्य के पूर्ण होने के पश्चात गोरखपुर से लेकर छपरा के बीच फेसिंग लगाई जाएगी। इस कार्य के पूरा होने के बाद, इससे होने वाले खतरों से छुटकारा मिलेगा।
शहर में बनेगी, दीवार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ट्रैक की दोनों साइड दीवार को बनाया जा रहा है। इस दौरान गोरखपुर से लेकर गोरखनाथ और ब्रिज तक प्रशासन द्वारा इन दीवारों का निर्माण करवा दिया गया है। गोरखनाथ मंदिर के आगे पिलर लगाए गए हैं, तो कहीं पर कंटीली तारें और अल्युमिनियम की पाइप लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर विभाग द्वारा क्रॉसिंग के पास तेजी से कम को चलाया जा रहा है और अन्य सभी जगह पर पिलरों को लगा दिया गया है।