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उत्तर प्रदेश में फसल खराब होने की टेंशन खत्म, योगी सरकार का यह कदम देगा सीधा फायदा

UP News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों की फसल सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है. उत्तर प्रदेश की पहचान देश दुनिया में फूड बास्केट ऑफ इंडिया के तौर पर प्रस्तुत करें योगी सरकार ने किसानों के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर कर ली हैं. 

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उत्तर प्रदेश में फसल खराब होने की टेंशन खत्म, योगी सरकार यह कदम देगा सीधा फायदा 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तरफ से किसानों को बड़ी खुशखबरी वाली खबर दी है। उत्तर प्रदेश की पहचान देश दुनिया में फूड बास्केट ऑफ इंडिया के तौर पर प्रस्तुत के योगी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा देने जा रही है. उत्तर प्रदेश में अब यील्ड ऐस्टीमेशन सिस्टम बेस्ट आफ टेक्नोलॉजी को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत लागू करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फसलों की मॉनिटरिंग और रखरखाव जैसी प्रक्रिया को रीस्ट्रक्चर्ड  वेदर बेस्ट क्रॉप इंश्योरेंस स्कीम के तहत दुरुस्त करने की दिशा में कुछ बड़े काम किए जाएंगे. 

मौसमी आपदाओं

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने फसलों को मौसमी आपदाओं से बचाने, किसानों का फसल बीमा और गांव-गांव में फसलों के निरीक्षण की प्रक्रिया को आधुनिक बनाया जाए इसके लिए विस्तृत कार्य योजना पहले ही तैयार कराई थी. उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग ने इस कार्य योजना के के तहत एस टेक को लागू करने के लिए टेक्नोलॉजी इंप्लीमेंटेशन पार्टनर की नियुक्ति के सिलसिले में प्रक्रिया तेज कर दी है. 

75 जिलों में लागू करने की तैयारी

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में रवि और खरीफ सीजन की फसलों से संबंधित आंकड़ों के संकलन को लेकर कृषि विभाग ने नियुक्ति प्रक्रिया की की शुरुआत कर दी है. यस-टेक प्रक्रिया के जरिए आरडब्ल्यूबीसीआईएस को लागू करने में फिलहाल मुख्य ध्यान गेहूं और धान की फसलों पर दिया जाएगा. वर्ष 2023-24, 2024-25 और 2025-26 के आंकड़ों को यस-टेक मैनुअल-2023 के आधार पर संकलित किया जाएगा. मॉड्यूल के विकास के बाद अन्य बीमित फसलों को भी इससे जोड़ा जा सकता है. प्रक्रिया के अंतर्गत कुल 5 सीजन के एसेसमेंट पीरियड के हिसाब से रिपोर्ट को तैयार किया जाएगा जिसमें मिड सीजन रिपोर्ट (एमएसआर) व एंड सीजन रिपोर्ट (ईएसआर) का भी संकलन किया जाएगा। इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए टीआईपी द्वारा मशीन लर्निंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉड्यूल को कार्य में लाया जाएगा।

फसलों को ग्राम पंचायत स्तर पर बीमा कवर हो उपलब्ध

सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सभी जिलों में फसलों को ग्राम पंचायत स्तर पर बीमित करने और किसानों को बीमा कवर उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ सभी किसानों को मिल सके। वहीं, किसानों को पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना से भी लाभ मिलने लगा है। इस प्रक्रिया में बीमित खरीफ फसलों में केला, मिर्च और पान को वरीयता दी गई है, जबकि रबी फसलों में टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मटर और आम को वरीयता दी गई है। केले को 30 जून, मिर्च को 31 जुलाई, पान को 30 जून, टमाटर को 30 नवंबर, शिमला मिर्च को 30 नवंबर, हरी मटर को 30 नवंबर और आम को फसलवार बीमा कराने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर है।

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