हरियाणा में ड्रोन से रखी जाएगी बिजली लाइनों पर नजर, बिजली चोरी अब भूल जाएं
Haryana News :हरियाणा में बिजली चोरी करने वालों के लिए बुरी खबर सामने आई है। अब ड्रोन द्वारा बिजली लाइनों की निगरानी करने का प्लान बनाया जा रहा है।इसके जरिए बिजली व्यवस्था में काफी सुधार होने वाला है।
Electricity Theft : हरियाणा में ड्रोन द्वारा बिजली लाइनों की निगरानी करने का प्लान बनाया जा रहा है। बिजली लाइनों को ड्रोन से निगरानी रखने पर बिजली चोरी पर लगाम लगने वाली है। साथ ही किसी भी जगह पर फाल्ट होने पर तुरंत समाधान होगा। इसके जरिए बिजली व्यवस्था में काफी सुधार होने वाला है। लोगों को समय पर बिजली व्यवस्था मोहया करवाई जा सकेगी।
कंपनी के सीईओ फूल कुमार ने बताया कि बिजली निगम के साथ टेंडर साइन हो गया है। प्रदेश की सभी बड़ी बिजली लाइनों का अब ड्रोन से निरीक्षण किया जाएगा। पहले बड़ी लाइनों का निरीक्षण मैनुअली किया जाता था, इसमें कर्मचारियों की जान का जोखिम ज्यादा रहता था, ड्रोन से निरीक्षण सही रहेगा, इसमें कहां तार कमजोर हैं, कहां बड़ी लाइनों के तार बदलने की जरूरत है। इसकी जांच की जाएगी। थर्मल का निरीक्षण भी ड्रोन से किया जाएगा। शुरुआत में कंपनी 700 किलोमीटर लाइनों का निरीक्षण कर बिजली निगम को पूरी रिपोर्ट देगी, जिसके बाद बिजली निगम लाइनों की मरम्मत करेगा।
प्रदेश में ड्रोन इमेजिंग एंड इंफॉर्मेशन सर्विस ऑफ हरियाणा लिमिटेड करनाल के कैमला हवाई पट्टी पर चार एकड़ जमीन लेकर ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देगी। यहां बड़े ड्रोन को उठाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। कंपनी ने यहां जगह देख ली है, इसकी कागजी कार्रवाई भी पूरी हो गई है। प्रदेश के 250 किसानों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई है, वे ड्रोन से ही खेतों में कीटनाशक छिड़काव करते हैं।
वहीं, प्रदेश में जहां भी खनन कार्य चल रहा है, उसका भी हर तीन महीने में ड्रोन से सर्वे किया जाएगा। खनन जोन में सभी साइटों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। ड्रोन निरीक्षण के दौरान खनन जोन में जहां भी अनियमितताएं पाई जाएंगी, संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
2500 ड्रोन दीदी तैयार होंगी
प्रदेश सरकार 2500 ड्रोन महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग देगी, खुली जगह मिलने के बाद इनकी ट्रेनिंग शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल सरकारी कर्मचारियों और किसानों को ट्रेनिंग दी जा रही है। हवाई पट्टी पर जमीन मिलने के बाद महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रदेश सरकार का उद्देश्य महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इफको की कंपनी नैना ड्रोन के जरिए यूरिया का छिड़काव कर रही है, इसमें भी महिलाओं को प्लेसमेंट मिलेगा। इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया चल रही है।