क्या आप जानते हैं कार टायर में क्यों भरी जाती हैं नाइट्रोजन, 90 फीसदी को नहीं होगा मालूम
दुनिया में 95 फीसदी लोगों को पता नहीं है कि कार के टायर में नाइट्रोजन गैस भरने के लाभ, हालांकि सभी लोग आम हवा भरते हैं। आइए जानें
Saral Kisan - कार या बाइक चलाने के लिए टायरों में सही हवा का प्रेशर होना आवश्यक है। टायर में भरी जाने वाली हवा को ज्यादातर लोग नहीं जानते। नाइट्रोजन गैस कुछ मैकेनिक टायरों में होती है, लेकिन आम तौर पर एक मैकेनिक में साधारण हवा भर दी जाती है। वास्तव में, टायर में नाइट्रोजन भरने के कई लाभ हैं। नाइट्रोजन के गुणों को समझने से पहले हम कार के टायरों में नाइट्रोजन गैस भरने के लाभों को जानेंगे। सरलता से, नाइट्रोजन धरती के वायुमंडल का लगभग 78 प्रतिशत है और एक अक्रिय गैस है जो विषैली, ज्वलनशील, स्वादहीन, गंधहीन और रंगहीन है। तो चलिए देखते हैं इसके लाभ।
तापमान को रखता है कम: नाइट्रोजन टायर के अंदर तापमान को कम रखने का काम करता है. अगर टायर में नाइट्रोजन भरा हो तो कार के ज्यादा देर चलने पर भी टायर का तापमान एक सीमा से ऊपर नहीं जाता. नाइट्रोजन जल्दी ठंडा भी हो जाता है जिससे टायर की लाइफ बेहतर होती है.
फैलने का खतरा होता है कम: ऑक्सीजन की तरह गर्मी में नाइट्रोजन गैस के फैलने का खतरा नहीं होता है. चूंकि नाइट्रोजन गर्मी को कम सोंखता है यह टायर को ठंडा भी रखता है. इससे टायर का फटने या पंक्चर होने का खतरा भी कम होता है.
जंग से बचाव: ऑक्सीजन के उलट नाइट्रोजन मेटल से बने व्हील रिम से रिएक्ट नहीं करता है. नाइट्रोजन में ऑक्सीजन की नमी को सोखने का गुण होता है. जब इसे टायर के अंदर भरा जाता है तो ये अंदर की नमी को सोंख लेता है. इससे रिम में जंग लगने का खतरा भी कम हो जाता है।
बढ़ती है माइलेज: नाइट्रोजन से आपकी कार की माइलेज पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. नाइट्रोजन ऑक्सीजन से हल्का होता है, इससे टायर का वजन भी हल्का हो जाता है और माइलेज को बढ़ाने में मदद मिलती है. नाइट्रोजन ऑक्सीजन के मुकाबले बहुत धीमी गति से टायर से निकलती है, जिससे लंबे समय तक टायर के अंदर प्रेशर बना रहता है. टायर में प्रेशर मेंटेन होने से इंजन पर दबाव कम पड़ता है और माइलेज अच्छी मिलती है.