क्या आप जानते है इन्वर्टर की बैटरी रखने की सही जगह? कहीं आप तो नहीं कर रहे यह गलती
Inverter Battery Care:इन्वर्टर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के मन में अक्सर ये सवाल चलता रहता है कि, इसकी बैटरी को कहां रखना चाहिए या कहां नहीं रखना चाहिए. दरअसल कई एक्सपर्ट्स बैटरी की पोजीशन और इसके डायरेक्शन को लेकर अलग-अलग तरह की बातें बताते हैं.
Inverter Battery Tips: इन्वर्टर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के मन में अक्सर ये सवाल चलता रहता है कि, इसकी बैटरी को कहां रखना चाहिए या कहां नहीं रखना चाहिए. दरअसल कई एक्सपर्ट्स बैटरी की पोजीशन और इसके डायरेक्शन को लेकर अलग-अलग तरह की बातें बताते हैं. ऐसे में लोगों को कन्फ्यूजन होना आम बात है. अब सवाल ये बनता है कि आखिर इन्वर्टर की बैटरी को कहां रखा जाए या कहां ना रखा जाए. तो इस सवाल का जवाब देते हुए आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.
इन्वर्टर की बैटरी को खुले में रखना चहिए या कवर करके
इन्वर्टर की बैटरी को खुले में रखने या कवर करके रखने का फैसला आपके उपयोग और आपके रहने के स्थान के आधार पर किया जा सकता है. निम्नलिखित कुछ प्रमुख प्रकार के बैटरी रखने के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई है और उनसे क्या फायदे और क्या नुकसान हैं ये भी आप जान सकते हैं.
खुले में रखना: बैटरी को खुले में रखने से उसे वेंटिलेशन मिलता है. यह बैटरी की गर्मी को कम करने में मदद कर सकता है और बैटरी की लाइफ स्पैन बढ़ा सकता है. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि बैटरी को बर्फ या बर्ड ड्रॉप्स से सुरक्षित नहीं रखा जाना चाहिए.
कवर के साथ रखना: बैटरी को कवर के साथ रखने से उसे धूल और अन्य खराबियों से बचाया जा सकता है. यह बैटरी को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है, खासकर स्थानों पर जहाँ बैटरी की खतरे में पड़ सकती है, जैसे कि बच्चों और पालतू जानवरों के पास.
धूप और गर्मी से बचाने के लिए: यदि आपके रहने के स्थान पर जरूरत से ज्यादा गर्मी और धूप होती है, तो बैटरी को कवर के साथ रखने से उसे उन हानिकारक प्रभावों से बचाया जा सकता है.
सुरक्षा का मामला: यदि आपके घर में छोटे बच्चे हैं, तो वे बैटरी के निकले तार के साथ खेलते समय चोटिल हो सकते हैं, कवर के साथ रखने से इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सकता है.
आपके पास बैटरी को सुरक्षित और सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश होने चाहिए, और यदि आप अपने इन्वर्टर के मैनुफैक्चरर के दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं, तो आप सही से मैनेज करने में सफल रहेंगे. अगर आपको फिर भी कोई कन्फ्यूजन रहता है तो आप डीलर से मिल सकते हैं और उससे इस बारे में जानकारी कर सकते हैं, हालांकि अपने मन से किसी भी नतीजे पर आपको नहीं पहुंचना चाहिए.
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