home page

RO फिल्टर को लेकर ना करें यह गलती, वरना सेहत का हो जाएगा कबाडा

RO Filter Change: आरओ का पानी हमारी जरूरत बन गया हैं। इसके बिना पानी में शुद्धता नहीं आती। इसी के चलते कुछ लोग बिना फिल्टर बदले साल भर से ज्यादा आरओ इस्तेमाल कर लेते हैं। इन फिल्टर्स को अगर समय से बदला ना जाए तो ये आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से....
 | 
Do not make this mistake regarding RO filter, otherwise your health will be ruined.

RO Filter Change: RO Filter Changing: रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम (RO) को लगवाना ही जरूरत नहीं है बल्कि इसके फ़िल्टर समय से चेंज करवाना उससे ज्यादा जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यकीन मानिए ये काफी खतरनाक हो सकता है.

पानी की गुणवत्ता में कमी: RO फिल्टर पानी की सफाई करके इसमें मौजूद अवशिष्ट, धूल, मिट्टी, जीवाणु आदि को निकालने में मदद करते हैं. अगर फिल्टर खराब हो जाता है, तो पानी की गुणवत्ता कम हो सकती है और आपके पिए जाने वाले पानी का टेस्ट भी बुरी तरह से खराब हो सकता है.

जीवाणु और माइक्रोब्स की बढ़ोत्तरी: RO में मौजूद UV लाइट फिल्टर जीवाणु और मिक्रोब को खत्म करता है लेकिन ये अगर खराब हो जाए तो पानी में इनकी बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.

RO सिस्टम के प्रदर्शन क्षमता में कमी: फिल्टर का खराब हो जाना सिस्टम की प्रदर्शन क्षमता में कमी कर सकता है, जिससे पानी की सफाई में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं.

कितने दिन तक काम करता है RO का फिल्टर

RO सिस्टम के फिल्टर के काम करने की अवधि उसके प्रकार और गुणवत्ता पर निर्भर करती है. आमतौर पर, निम्नलिखित प्रकार के फिल्टर होते हैं और उनकी अवधि निम्नलिखित हो सकती है:

सेडिमेंट फिल्टर: यह फिल्टर धूल, मिट्टी, और अन्य अवशिष्टों को बाहर करने के लिए होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 2 से 6 महीने तक हो सकती है, लेकिन यह उपयोग किए गए पानी की गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है.

कार्बन फिल्टर: कार्बन फिल्टर पानी में मौजूद बदबू और रसायनिक पदार्थों को हटाने के लिए होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 6 महीने से 1 वर्ष तक हो सकती है.

RO मेम्ब्रेन: RO मेम्ब्रेन पानी में मौजूद बहुत छोटे रासायनिक मोलेक्यूलों को निकालता है, जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 1 से 2 साल तक हो सकती है.

UV लाइट फिल्टर: UV लाइट फिल्टर लंबे समय तक चल सकता है क्योंकि इसमें एक अल्ट्रावॉयलेट लाइटिंग होती है और इसे से बैक्टीरिया और माइक्रोब्स को खत्म किया जाता है. ये कई सालों तक जस का तस बना रहता है और इस फिल्टर में सबसे कम खराबी आती है.  

कब बदलवाना चाहिए RO का फिल्टर-

बता दें कि आजकल मार्केट में जितने भी RO बिक रहे हैं वो बेहद ही हाईटेक होते हैं और उनमें से ज्यादातर में एक खास फिल्टर LED लाइट और एक अलार्म दिया जाता है. अगर ये लाइट और अलार्म जलने लगा है तो समझ लेना चाहिए कि फिल्टर बदलवाने का समय आ चुका है. इससे आप सही समय पर फिल्टर बदलवा सकते हैं.

ये पढ़ें : Noida व गाजियाबाद को छोड़कर अब उत्तर प्रदेश के इन शहरों में घर खरीदना चाह रहे लोग, जाने वजह

Latest News

Featured

You May Like