इन्वर्टर बैटरी में पानी डालते वक्त ना कर देना यह गलती, नहीं तो धीरे-धीरे होगा खराब
Saral Kisan : इमरजेंसी लाइट पहले बिजली चली जाती थी तब प्रयोग की जाती थी। जेनरेटर घर में बहुत आवश्यक होता है। तेल से चलने के कारण जेनरेटर थोड़ा महंगा था, इसलिए हर कोई इसे नहीं लगा सकता था। लेकिन फिर इन्वर्टर आया, जो कई लोगों की लाइफ को आसान बनाया। इन्वर्टर बिजली देता है तो पंखा, लाइट और मोबाइल चार्ज कर सकता है। जेनरेट की तुलना में इन्वर्टर सस्ता है।
ताकि इन्वर्टर ठीक काम करे, इसका इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना चाहिए। इंवर्टर सही से काम करने के लिए बैटरी में पर्याप्त पानी होना आवश्यक है। हम अक्सर इन्वर्टर बैटरी का पानी रीफिल करते समय कुछ ऐसी गलती करते हैं जो इसे खराब कर सकते हैं।
हर 45 दिन पर करें चेक: पानी सूख जाएगा अगर आप अपने इन्वर्टर बैटरी में पानी डालना भूल जाते हैं, तो बैटरी खराब हो जाएगी और आग लगने का खतरा भी होगा। यही कारण है कि बैटरी का पानी का स्तर हर 45 दिन में चेक करना अनिवार्य है।
Distilled water: ध्यान दें कि बैटरी में सिर्फ डिस्टिल वाटर का इस्तेमाल करें। नल का पानी या RO वाटर भी गलती से नहीं प्रयोग करें। इसमें कुछ अशुद्धता हो सकती है जो बैटरी को खराब कर सकती है। नॉर्मल वाटर में नमक होता है, जो शरीर के लिए अच्छा है, लेकिन इन्वर्टर बैटरी को खराब कर सकता है।
अधिक भरना भी नुकसान: बैटरी को अधिक पानी भरने से कम नुकसान होता है। हर बैटरी पर एक मार्क होता है; अगर एक मार्क ग्रीन होता है, तो आप इन्वर्टर में अधिक एसिड मिला रहे हैं। इसके अलावा, आपको इन्वर्टर की वायरिंग की सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए।
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