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उत्तर प्रदेश से कश्मीर तक सीधी रेलवे लाइन, 2025 तक बनकर होगी तैयार

Moradabad Railway Division : उत्तर प्रदेश के  मुरादाबाद से कश्मीर जाने वालों यात्रियों को जल्द ही सीधी ट्रेन मिलने वाली है। साल 2025 तक बारामूला रेलवे लाइन का काम पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश से सीधा कश्मीर के लिए सीधी रेल सुविधा मिलने से यात्रियों का समय तथा पैसे दोनों की बचत होगी।

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उत्तर प्रदेश से कश्मीर तक सीधी रेलवे लाइन, 2025 तक बनकर होगी तैयार

Kashmir Rail Travel : भारतीय रेलवे देश के कोने-कोने में अपना नेटवर्क बढ़ा रहा है। आने वाले साल 2030 तक देश में ऐसी कोई जगह नहीं बचेगी जहां रेलवे यात्रा से नहीं पहुंचा जा सकेगा। हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक साल 2025 तक उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के लोग सीधे कश्मीर तक रेल का सफर कर सकेंगे। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन का का काम अंतिम छोर तक पहुंच गया है। इस वर्ष के अंत तक इस काम को पूरा कर आगामी वर्ष 2025 में रेल सर्विस शुरू कर दी जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे मंत्री अश्वनी कुमार वैष्णव ने बताया इस रेलवे ट्रैक का तकरीबन 20 किलोमीटर भाग शेष बचा हुआ है।

उत्तर प्रदेश से मुरादाबाद के लोग वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा रेलवे स्टेशन तक ही  ट्रेन की यात्रा कर पाते हैं। उसके बाद उन्हें सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ती है। कश्मीर में बारामूला से संगलदान तक ही ट्रेन चलती है। अब रेलवे द्वारा कटरा में बनिहाल के 11.1 किलोमीटर लंबे सेक्सन को जोड़ा जा रहा है।

इस रेल ट्रैक के अंतर्गत 17 किलोमीटर लंबी सुरंग में रेल लाइन बिछाने का कार्य बाकी है। अभी जम्मू से कश्मीर तक जाने वाले लोगों को टैक्सी अन्य परिवहन का इस्तेमाल करना पड़ता है। जिसमें यात्रा करने पर खर्च लगभग प्रति यात्री 2 हजार रूपए होता है। रेल लाइन के बीच जाने से कश्मीर तक पहुंचने में पैसे व समय दोनों की बचत होगी।

चलाई जाने वाली ट्रेन में कोच में क्लास के अनुसार किराया काफी कम रहेगा। रेलवे मंत्री ने बताया की बनियाल से संगलदान के मध्य रेल संचालन के लिए कमिश्नर ऑफ़ रेलवे सेफ्टी का प्रमाण पत्र भी मिल गया है।

शीशे व फाइबर के बने कोच में बैठकर  ले सकेंगे पहाड़ों का आनंद

कश्मीर घाटी में रेल यात्रा के लिए रेलवे द्वारा  गाड़ियों में विस्टाडोम कोच लगाने का प्लान बनाया जा रहा है। इन कोचों में छत शीशे व मजबूत फाइबर की बनी होती है। यात्रियों को  बाहर का नजारा पूरी तरह से दिखाई देता है।

वनियाल से सांगलदान तक 48 किलोमीटर रेलवे ट्रैक के भाग में  11 सुरंग तथा 16 फूल बनाए गए हैं। यूएसबीआरएल का कार्य पूरा होने के बाद कश्मीर से कन्याकुमारी तक सीधी रेल कनेक्टिविटी हो जाएगी।

इसी रेलवे ट्रैक पर है आर्क ब्रिज

उधमपुर-श्रीनगर और बारामूला रेल लाइन पर ही चिनाब ब्रिज बनाया गया है। यह दुनिया का सबसे ऊंचाई वाला आर्क ब्रिज है। इस पल की ऊंचाई तकरीबन 1000 फीट से अधिक है। और इस पल की लंबाई 1315 मीटर है। इस पुल के ऊपर से जब ट्रेन गुजरेगी तो यात्रियों के लिए एक अलग अनुभव होगा। 28 हजार करोड रुपए की लागत से 272 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण किया गया है।

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