DA Hike :करोड़ों सरकारी कर्मचारियों के बनेंगे दिन, महंगाई भत्ते को लेकर बढ़ोतरी निर्धारित
DA Hike :केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को जुलाई में महंगाई भत्ता (DA) बढ़ने की उम्मीद रहती है। पिछली बार महंगाई भत्ते में दो प्रतिशत की वृद्धि की गई थी, जिससे कर्मचारियों (employees) और पेंशनर्स (pensioners) की नजर जुलाई में लागू होने वाली बढ़ोतरी पर है। एक रिपोर्ट के अनुसार, महंगाई भत्ते में इतनी वृद्धि निश्चित है-

Saral Kisan, DA Hike Update: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को जुलाई में महंगाई भत्ता (DA) बढ़ने का इंतजार रहता है। सरकार साल में दो बार डीए बढ़ाती है, जिसका लाभ छोटे से लेकर बड़े सभी तरह के कर्मचारियों और अधिकारियों को दिया जाता है। इसे पहली बार जनवरी में और दूसरी बार जुलाई में लगाया जाता है। पिछली बार महंगाई भत्ते में दो प्रतिशत का उछाल आया था, जो पिछले 78 महीनों में सबसे कम माना जा रहा है। इसीलिए कर्मचारियों (employees) और पेंशनर्स (pensioners) की नजरें जुलाई में होने वाली बढ़ोतरी पर है।
DA में कितनी वृद्धि हो सकती है?
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 55 प्रतिशत है। लेकिन इस मामूली वृद्धि ने 1.2 करोड़ से अधिक कर्मियों और पेंशनर्स को निराश किया है। वहीं, सातवां वेतन आयोग (7th pay commission) 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। इस स्थिति में उम्मीद की जा रही है कि सरकार जुलाई में इसमें 3 से 4 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। (Employees latest update)
CPI-IW के आंकड़ों ने बढ़ाई उम्मीदें-
श्रम मंत्रालय के श्रम ब्यूरो ने मार्च 2025 के लिए अखिल भारतीय औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) जारी किया है। यह सूचकांक 0.2 अंक बढ़कर 143.0 पर पहुंच गया है, जिससे महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में वृद्धि की संभावना बढ़ गई है।
यह जनवरी के 143.2 से थोड़ा कम है, लेकिन फिर भी एक सकारात्मक संकेत है। नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक CPI-IW में लगातार गिरावट आई, लेकिन मार्च में मामूली वृद्धि ने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (pensioners) को राहत दी है।
आपको यह जानकर खुशी होगी कि मार्च में वार्षिक महंगाई दर 2.95% रही, जो मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण है। इसी वजह से CPI-IW इंडेक्स में मामूली वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा जुलाई 2025 में महंगाई बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।