हर महीने मांग बनी रहने वाली सब्जी की करें खेती, अच्छे मिलते हैं भाव, किसानों को कर देगी मालामाल
Vegetable Farming : आज के युग में किसान अनेको तकनीकी विधि द्वारा खेती कर रहे हैं। किसान कुछ फसलों में कम लाभ उठाते हैं तथा कुछ में अत्यधिक मुनाफा कमा लेते हैं। इसी तरह मिर्च की खेती किसानों के लिए कुबेर का खजाना है।

Green Chilli Cultivation : बिहार के जिले वैशाली में बाकरपुर कुशवाहा गांव के किसान मिर्च की खेती कर रहे हैं। मिर्च की फसल फरवरी में पक कर तैयार हो जाती है। मिर्च की फसल को पकने में 5 से 6 महीने का समय लगता है।
वैशाली के बागपुर कुशवाहा के एक युवा किसान ने बताया 1 एकड़ में मिर्च की फसल बोने पर 20 हजार रुपए खर्च आता है। उन्होंने बताया कि मार्केट में पूरे साल भर इसकी मांग रहती है। और मिर्च का एक पौधा तकरीबन 4 से 7 किलो तक फल दे सकता है। उन्होंने बताया मिर्च की फसल उगाने से पहले इसकी नर्सरी तैयार की जाती है। इसकी नर्सरी तैयार करते समय गोबर की खाद और नारियल के बुरे का प्रयोग किया जाता है।
किसान ने बताया कि मिर्च खेत में मिर्च के पौधे लगाने से पहले गहरी जुताई करनी पड़ती है। जुताई करने के बाद काफी मात्रा में गोबर की खाद का छिड़काव किया जाता है। खाद को अच्छे से मिट्टी में मिलने के बाद मिर्च के पौधे लगाए जाते हैं। मिर्च का पौधा लगाने के 3 महीने बाद फल देना शुरू कर देता है। बाजार में मिर्च की कीमत 50 से 60 रुपए प्रति किलो रहती है।
मिर्च की फसल एक नगदी फसल मानी जाती है। मिर्च की खेती करने का सबसे बड़ा कारण है कि यह सिर्फ 6 महीने की खेती है। 1 एकड़ में 20 हजार खर्च करने के बाद 6 महीने के अंदर दो से ढाई लाख रुपए तक का मुनाफा दे सकती है।
मिर्च की मांग बाजार में हर समय रहती है। किसान अपने फल को तोड़कर नजदीकी बाजार में आसानी से बेच सकते हैं। अपनी फसल बेचने के बाद तुरंत नगद भुगतान अपनी जेब में डाल सकते हैं। खरपतवार और बीमारी से बचाए रखने के बाद मिर्च की फसल किसानों के लिए कुबेर का खजाना साबित होती है।