उत्तर प्रदेश के इन जिलों में खोले जाएंगे क्रिटिकल केयर यूनिट, सीएम योगी की बड़ी घोषणा
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश 'एक जनपद, एक मेडिकल कॉलेज' का संकल्प पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 45 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हैं। शीघ्र ही एक ही दिन में यूपी के 13 जिलों में मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ होने वाला है। साथ ही 74 जिलों में क्रिटिकल यूनिट स्थापित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले दिल्ली की परिक्रमा करते थे राज्य लेकिन सुनवाई नहीं होती थी। अब केंद्रीय मंत्री राज्यों में आकर आशा-अपेक्षाएं जान रहे हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार का एक ही लक्ष्य, समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को सम्पूर्ण आरोग्यता मिले।
मुख्यमंत्री ने यह तमाम बातें अपने सरकारी आवास पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को और जनोपयोगी बनाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि कम्युनिटी हेल्थ सेंटर को और मजबूत करने की जरूरत है। उचित होगा यदि हर मेडिकल कॉलेज न्यूनतम पांच कम्युनिटी हेल्थ सेंटर को गोद लें। वहां नियमित अंतराल पर डॉक्टर विजिट कर सेंटर के डॉक्टरों का मार्गदर्शन करें। प्रधानमंत्री आयुष्मान हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर योजना के तहत प्रत्येक जिले में गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए जिला स्तरीय अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में 100 या 50 बेड के क्रिटिकल केयर ब्लॉक की स्थापना होनी है। उत्तर प्रदेश में एक साथ 74 जिलों में क्रिटिकल केयर ब्लॉक की स्थापना की जाएगी। एक साथ एक ही दिन सभी 74 क्रिटिकल केयर यूनिट की शुरुआत होगी।
मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि तमिलनाडु ऐसा राज्य है, जहां एक दिन में 11 मेडिकल कॉलेज लोकार्पित हुए थे। अब 13 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण के साथ यूपी नया रिकॉर्ड बनाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद अब तक प्रदेश में राजकीय क्षेत्र में मात्र पांच बीएससी नर्सिंग कॉलेज संचालित थे। वर्ष 2021-22 में सात तथा 2022-23 में 11 नए राजकीय नर्सिंग कॉलेज संचालित किए गए। भारत सरकार के सहयोग से अतिशीघ्र 27 नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना होने जा रही है। प्रधानमंत्री द्वारा इनकी आधारशिला रखी जाएगी। इससे प्रदेश के नर्सिंग और पैरामेडिकल सेक्टर में कैरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए बड़ा अवसर सृजित होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने यूपी द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए चार प्रयोगों को जमकर सराहा। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश में संचालित 'ई-रूपी वाउचर, ई-कवच, केयर और यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल मॉडल' की सराहना की। कहा कि यूपी में हुए इन सफल प्रयोगों को राष्ट्रीय स्तर पर लागू कराया जाएगा। मंडाविया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रजेंटेशन देने दिल्ली आमंत्रित किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार सितंबर से 'आयुष्मान भवः' अभियान प्रारंभ कर रही है। इसके तहत 'आपके द्वार आयुष्मान 3.0' कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। गांवों, नगरों और स्कूलों में 'आयुष्मान सभा' के आयोजन होंगे। इस प्रकार जो गांव पूरी तरह संतृप्त हो जाएगा, उसे 'आयुष्मान ग्राम' घोषित किया जाएगा। प्रस्तावित 'आयुष्मान भवः' अभियान की सफलता के लिए राज्य में सभी जरूरी प्रयास करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक 'आयुष्मान ग्राम' वाला राज्य होगा।
उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन की सराहना करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना से अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को जोड़ने के प्रयास किए जाएं। आयुष्मान भारत के तहत अब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सत्यापित कर उपलब्ध कराए गए डाटा के आधार पर भी लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा। राज्य सरकार जिन परिवारों को सत्यापित कर डाटा उपलब्ध कराएगी, सभी को आयुष्मान भारत कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
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