home page

MP के इस जिले में देश के सबसे लंबे रेलवे पुल का निर्माण, 34 किलोमीटर होगी लंबाई

MP News : मध्य प्रदेश में सबसे लंबा रेलवे फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। ट्रेनों की बढ़ते ट्रैफिक दबाव के मध्य नजर रेलवे खास तरह की फ्लाईओवर का निर्माण करवा रहा है. यह फ्लाईओवर रोड पर बने रेलवे फटकों के ऊपर से गुजरेगा ताकि सड़क पर कोई ट्रैफिक जाम की समस्या ना हो। 

 | 
MP के इस जिले में देश के सबसे लंबे रेलवे पुल का निर्माण, 34 किलोमीटर होगी लंबाई

Jabalpur Railway Division : मध्य प्रदेश के कटनी में देश का सबसे लंबा रेलवे फ्लाईओवर (Flyover)बनवाया जा रहा है. मध्य प्रदेश में जबलपुर रेल मंडल में कटनी के मुंडवारा व एनकेजे स्टेशन के ऊपर से मझगवां फटाक से लेकर झलवारा स्टेशन तक अप डाउन 34 किलोमीटर लंबा रेलवे फ्लाईओवर बनवाया जा रहा है. इस रेलवे फ्लाईओवर की मदद से मुख्य रेल लाइनों से ट्रेनों को निकालने की जगह अब इन फ्लाईओवर से निकाला जाएगा.

काम अंतिम दौर में 

एनकेजे मुड़वारा स्टेशन के बीच सबसे बिजी रेल मार्ग से गुड्स ट्रेनों को निकालने की समस्या से निजात मिलेगी। यह प्रोजेक्ट 1248 करोड रुपए की लागत से बनवाया जा रहा है।  इस निर्माणाधीन अप डाउन फ्लाईओवर अब ट्रैक पर 16 किलोमीटर का काम अंतिम दौर में चल रहा है। इस फ्लाईओवर का निर्माण सितंबर महीने तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. निर्माणाधीन डाउन ट्रैक पर दिन रात फ्लाईओवर का निर्माण काम चालू है। इसका निर्माण मार्च 2025 तक होने की संभावना है.

671 स्पैन के सहारे दौड़ेंगी ट्रेनें

34 किमी लंबे अप-डाउन ग्रेड सेपरेटर में 16 किमी अप ट्रैक और 18 किमी डाउन ट्रैक का निर्माण होना हैं । बता दे की 671 स्पैन के साथ एक पुल बनाया जा रहा है। जिसमें अप ट्रैक पर 260 स्पैन और डाउन ट्रैक पर 411 स्पैन का काम चल रहा है। निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने के लिए दिन-रात बड़ी मशीनों का उपयोग किया जाता है। महाप्रबंधक रेल सहित वरिष्ठ अधिकारी भी निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने का निरीक्षण कर रहे हैं। वायडक्ट 17.8 मीटर, रिटेनिंग वाल 3.2 मीटर और अर्थवर्क 13.9 मीटर सेपरेटर में बनाए जा रहे हैं।

रेलवे ओवरब्रिज

ग्रेड सेपरेटर निर्माण के दौरान, अप और डाउन दोनों लाइनों पर रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। दोनों लाइनों को आरओबी में ऊपर से ही मझगवां फाटक से पहले मिलन होगा और फिर मझगवां तक जाएगा। इसका नाम भी उड़ता जंक्शन है क्योंकि यह फ्लाइओवर के ऊपर है। रेलवे स्टेशन मझगवां फाटक भी शिफ्ट कर दिया गया है ताकि ट्रेनों को आसानी से ब्रिज से उतार सकें। ताकि ब्रिज से गुजरने वाली ट्रेनें आसानी से चल सकें, स्टेशन को लगभग दो किमी. पहले शिफ्ट कर दिया गया।

साथ ही, इसमें 676 पिलर्स, आठ रेल ओवर ब्रिज, छह मेजर ब्रिज और पुल निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। हालाँकि, डाउन ट्रैक का निर्माण अभी भी बहुत पीछे है और मार्च 2025 तक पूरा होना संभव नहीं है।

बाईपास की तरह काम करेगा

ग्रेड सेपरेटर बनने से बीना-कटनी रेलखंड में ट्रेनों का संचालन बढ़ेगा। परियोजना पूरी होने पर कटनी से बिलासपुर और सिंगरौली के लिए एक अतिरिक्त रेलवे लाइन का सीधा संपर्क होगा। इसके अलावा, यह कटनी स्टेशन, NKJE और कटनी मुड़वारा के व्यस्त क्षेत्र में एक बाईपास की तरह काम करेगा।

वर्तमान में सिंगरौली और बिलासपुर से आने वाली गुड्स ट्रेनों को व्यस्त रेल मार्ग होने के कारण हरी झंडी मिलने में देरी होती है और एनकेजे के पास घंटों तक रुकना पड़ता है, जो यात्री ट्रेनों पर भी असर डालता है। रेल फ्लाईओवर बनने के बाद गुड्स ट्रेनों को निकालने में आसानी होगी और एनकेजे में रोकने की आवश्यकता नहीं होगी।

 

Latest News

Featured

You May Like