Cheapest Dry Fruit Market : दिल्ली की इस मार्केट में मिलते हैं सबसे सस्ते ड्राइफ्रूट, 200 से 250 रुपये किलो का है फर्क
Saral Kisan : ड्राई फ्रूट से खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. वहीं, डॉक्टर के द्वारा भी रोजाना ड्राई फ्रूट खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा ड्राई फ्रूट का प्रयोग आमतौर पर स्नेक्स और मिठाई बनाने में किया जाता है. हालांकि महंगे होने की वजह से ड्राई फ्रूट अधिकांश लोगों की पहुंच से बाहर रहते हैं.
आप भी ड्राई फ्रूट के शौकीन हैं और अपने पास ड्राई फ्रूट का भरपूर स्टॉक रखना चाहते हैं, तो गाजियाबाद के घंटाघर का ड्राई फ्रूट मार्केट बेहतर जगह साबित हो सकता है.
घंटाघर ड्राई फ्रूट मार्केट में बाजार से आधे दामों में ड्राई फ्रूट मिलते हैं. इस मंडी में सुबह से ही ड्राई फ्रूट्स खरीदने के लिए लोग पहुंचने लगते हैं.
घंटाघर के ड्राई फ्रूट मार्केट के ड्राई फ्रूट व्यापारी कोमल ने बताया कि ये मार्केट काफी पुरानी है. इस मार्केट में सबसे ज्यादा काजू और बादाम खरीदे जाते हैं. जबकि यहां थोक और खुदरा दोनों ही रूप से ग्राहक खरीदारी करते हैं.
व्यापारी कोमल के मुताबिक, बाजार के मुकाबले इस मार्केट में 200-250 रुपये का फर्क देखने को मिलता है.
मसलन घंटाघर के ड्राई फ्रूट मार्केट में काजू 700 रुपये किलो, बादाम 800 रुपये और पिस्ता 1200 रुपये किलो है. जबकि बाजार में पिस्ता 1400 रुपये, काजू 800 रुपये और बादाम 900 रुपये किलो है.
एक अन्य व्यापारी ने कहा कि घंटाघर के ड्राई फ्रूट मार्केट में ड्राई फ्रूट्स की सर्दियों और त्यौहारी सीजन में बिक्री काफी ज्यादा होती है.
आम दिनों में काजू, बादाम और किशमिश ही खरीदा जाता है, लेकिन त्योहार के दिनों में लोग ड्राई फ्रूट की थाली खरीदकर ले जाते हैं.