उत्तर प्रदेश के इस एक्स्प्रेस-वे पर बनेंगे चार्जिंग स्टेशन, दस साल की लीज पर दी जाएगी जमीन
प्री बिड मीटिंग में, रिलायंस, जीएमआर एनर्जी, अडानी टोटल एनर्जी, बेलेक्ट्रिक, लाइट जिप टेक्नोलॉजी, ईवी प्लेक्सस, सिमेंस लि., कैश और ड्राइव, एएम एंड सीईई मोबिलिटी, एम्पवोल्ट्स और रैज एंड शाइन ने चार्जिंग स्टेशन बनाने में रुचि दिखाई है।
Saral Kisan (नई दिल्ली) : प्रदेश के चार राजमार्गों पर 26 चार्जिंग स्टेशनों में दसवीं कंपनियों ने रुचि दिखाई है। बुंदेलखंड, पूर्वांचल, आगरा-लखनऊ और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर पब्लिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। UPDA ने कार्य योजना बनाई है। ईवी नीति और केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार पब्लिक चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा। इन स्टेशनों पर सार्वजनिक सुविधाएं होंगी, जैसे पेट्रोल पंप। भविष्य में एक्सप्रेसवे के किनारे बैंक्वेट और वेडिंग हॉल भी होंगे।
प्री बिड मीटिंग में, रिलायंस, जीएमआर एनर्जी, अडानी टोटल एनर्जी, बेलेक्ट्रिक, लाइट जिप टेक्नोलॉजी, ईवी प्लेक्सस, सिमेंस लि., कैश और ड्राइव, एएम एंड सीईई मोबिलिटी, एम्पवोल्ट्स और रैज एंड शाइन ने चार्जिंग स्टेशन बनाने में रुचि दिखाई है। 26 चार्जिंग स्टेशन को सरकार 10 वर्ष की लीज पर 2,000 वर्गफीट प्रति स्टेशन देगी।
चार्जिंग प्वाइंट ऑपरेटर को फास्ट चार्जर स्थापित करना होगा जो दो पहिया, तीन पहिया, चार पहिया और ई बसों को चार्ज कर सकता है। जमीन मिलने के 180 दिन के अंदर चार्जिंग स्टेशन शुरू करना चाहिए। इसके पांच साल बाद, छठवें वर्ष से प्रत्येक चार्जिंग स्टेशन से मिलने वाली आय का 5% सरकार को मिलेगा।
वहीं, बुंदेलखंड, पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे वे साइड एमिनिटीज (सुविधाएं) बनाई जाएंगी। इन्हें डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर (DBFOT) द्वारा बनाया जाएगा। यूपीडा के अधिकारियों ने कहा कि वे तीनों राजमार्गों पर साइड एमिनिटीज के लिए एक कार्ययोजना बना रहे हैं।
इसमें कार, बस और ट्रकों के लिए पार्किंग, खाद्य और बेवरेज के बाहर लेट्स, ढाबा, एटीएम, मुफ्त सरल मेडिकल और अन्य सुविधाएं, छोटे मरम्मत स्टोर, पीने का शुद्ध पानी, टॉयलेट और वॉशरूम सुविधाएं, बजट होटल, ट्रकों के लिए अलग-अलग सुविधाएं, वेयरहाउस और ऑटो वर्कशॉप की सुविधाएं शामिल हैं।