उत्तर प्रदेश के औद्योगिक गलियारे से जुड़ी बड़ी खबर, 13 हजार किसानों के खिले चेहरे
किसानों से जल्द ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण की जाएगी। सरकार किसानों को सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा देने की योजना बना रही है। इस विकास योजना में लगभग 13,500 किसानों (13 गांव) की जमीन शामिल होगी।
Saral Kisan News : यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर योजना को शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इस परियोजना के लिए लगभग 13,500 कृषक जमीन देंगे। योजना के लिए जमीन देने वाले किसानों को सर्कल रेट से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
इस परियोजना के लिए मुहम्मदाबाद तहसील के तीस गांव की लगभग 1800 बीघे जमीन का बैनामा कराया जाएगा। चकबाला, चकडुमरिया, अवथही बसंत, बघौरी टी सोनारी, महेशपुर, चकभीखू, चकवाजिदपुर, सोनाड़ी, चाकफतमा, चकगिरधारिया, भोपतपुर सोनारी, जगदीशपुर और मच्छटी के गांवों की जमीन ली जाएगी।
बैनामा यूपीडा की ओर से जल्द ही औद्योगिक गलियारा बनाने के बाद उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए बुलाया जाएगा। ताकि पूर्वांचल के युवा बेरोजगार हो सकें, सरकार उन्हें नौकरी देने के लिए विशेष सुविधा देगी। माना जाता है कि गजट प्रकाशित होने के साथ ही जमीन का बैनामा शुरू हो जाएगा।
मीडिया को अपर जिलाधिकारी (वित्त और राजस्व) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जमीन अधिग्रहण का गजट जारी हो गया है। यह प्रकाशित होते ही बैनामा शुरू हो जाएगा। 13,500 से अधिक किसानों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। किसानों की जमीन का बैनामा इस सप्ताह शुरू होना चाहिए।
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