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उत्तर प्रदेश के इस जिले में बैलास्टलेस तकनीक बिछेगी रेलवे लाइन, ट्रेनों की बढ़ेगी रफ़्तार

Varanashi News : यूपी के वाराणसी में स्थित कैंट रेलवे स्टेशन का रिमॉडल कार्य लगातार जारी है। एक बार फिर से स्टेशन पर ट्रैक को रिमॉडल करने के लिए 60 दोनों का ब्लॉक लेने की तैयारी की जा रही है। अबकी बार जो ट्रैक बनने वाला है वह बनारस का पहला ऐसा रेलवे ट्रैक होगा, जिसका निर्माण बैलास्टलेस तकनीक से होने वाला है। इसके बनने से इतिहास में पहली बार यह होगा कि 30 की रफ्तार से ट्रेन प्लेटफार्म पर आ सकती है।
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उत्तर प्रदेश के इस जिले में बैलास्टलेस तकनीक बिछेगी रेलवे लाइन, ट्रेनों की बढ़ेगी रफ़्तार

Uttar Pradesh : यूपी के वाराणसी में स्थित कैंट रेलवे स्टेशन के विनिर्माण का कार्य लगातार चल रहा है। एक बार फिर से स्टेशन पर ट्रैक को रिमॉडल करने के लिए 60 दोनों का ब्लॉक लेने की तैयारी की जा रही है। अबकी बार जो ट्रैक बनने वाला है वह बनारस का पहला ऐसा रेलवे ट्रैक होगा, जिसका निर्माण बैलास्टलेस तकनीक से होने वाला है। इसके बनने से इतिहास में पहली बार यह होगा कि 30 की रफ्तार से ट्रेन प्लेटफार्म पर आ सकती है। इस दौरान डीआरएम लखनऊ एसएन शर्मा ने कहा कि रेलवे ट्रैक के साथ ही पूरे प्लेटफार्म को नई-नई तकनीक और बढ़िया सुविधाओं के साथ विकसित किया जानना है।

दरअसल आपको बता दें कि कैंट रेलवे स्टेशन कई विनिर्माण करने का कार्य लगातार तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य को पूरा करने के दौरान अभी नई तकनीक के साथ बैलास्टलेस ट्रैक को बनाया जाना है। जिसके अनुसार यह ट्रैक बहुत मजबूत होगा और कम मेंटेनेंस में ही इसको वर्षों तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। स्ट्राइक की खास बात यह होगी की प्लेटफार्म पर 15 की स्पीड पर चलने वाली ट्रेन अभी 30 की स्पीड पर चलेगी।

इस स्टेशन के 5 नंबर प्लेटफार्म को किया गया चिन्हित,

इस दौरान डीआरएम लखनऊ एसएन शर्मा ने कहा कि, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच को चुना गया है। किसके अंतर्गत ट्रैक के साथ ही पूरे प्लेटफार्म को नई तकनीक और बढ़िया सुविधाओं के साथ में बनाया जाना है। स्ट्रोक के बारे में बता दें कि इसको बिना गिट्टियों के ही बनाया जाता है, जो की महंगा तो पड़ता है मगर इसका मेंटेनेंस बहुत ही कम होता है। इसकी मजबूती भी बहुत ज्यादा होती है। इस रेलवे ट्रैक का निर्माण करने के साथ हिप प्लेटफार्म नंबर 5 को आधुनिक सेवाओं के साथ परिपूर्ण किया जाएगा।

मेट्रो ट्रेन के लिए उसे किए जाते हैं, बैलास्टलेस ट्रैक

इसके अलावा आपको बता दें कि बैलास्टलेस ट्रैक का इस्तेमाल मेट्रो ट्रेन के लिए किया जाता है। रेलवे विभाग अपनी ट्रेनों की आवाज आई के लिए इसी ट्रैक का इस्तेमाल करती है। इसी के साथ देश के बहुत से प्लेटफार्म पर ऐसे ही ट्रैक को बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण अभी वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर भी शुरू किया जा चुका है।

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