उत्तर प्रदेश में NCR जैसे ही बनेगा SCR, ये 6 जिले होंगे शामिल, तैयार होगा नक्शा
National Capital Region : उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(NCR) की तरह उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) का गठन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के 6 जिलों को एससीआर में शामिल कर लिया गया है। अब इन सभी जिलों में नियोजित ढंग से शहरीकरण और विकास कार्य रफ्तार पकड़ेंगे। योगी सरकार की इस योजना के माध्यम से 27860 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का अधिग्रहण किया जाना है।
Uttar Pradesh State Capital Region : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शुक्रवार को प्रदेश के एक बड़े प्रोजेक्ट पर बड़ी सौगात पेश की है। सूबे की योगी सरकार नेशनल कैपिटल रीजन(NCR) की तरह स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) का निर्माण करने के लिए योगी सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश में एनसीआर की तर्ज पर एससीआर का गठन करने को लेकर शुक्रवार को सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर अधिसूचना जारी कर दी गई है।
जमीन अधिग्रहण
उत्तर प्रदेश की इस बड़ी परियोजना को लेकर राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के गठन को लेकर मंजूरी प्रदान की है. प्रदेश की बड़ी योजना को लेकर 27860 क्षेत्रफल का जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के लखनऊ हरदोई उन्नाव रायबरेली सीतापुर और बंकाबरी को उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र में शामिल कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश के इन जिलों में डेवलपमेंट अथॉरिटी के गठन के बाद इन सभी जिलों में नियोजित तरीके से शहरीकरण और विकास कार्य होंगे। नए परिभाषित क्षेत्र में संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने के अलावा, यह प्राधिकरण विकास परियोजनाओं को लागू करेगा।
सीएम होंगे अथॉरिटी के चेयरमैन
इस प्राधिकरण का अध्यक्ष मुख्यमंत्री होगा। इसके सदस्यों में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, विभागीय अपर मुख्य सचिव, विभागीय सचिव और कई महत्वपूर्ण विभागों के सचिव शामिल होंगे। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और सभी छह जिलों के डीएम भी सदस्य होंगे। प्राधिकरण में भी भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय द्वारा नामित अधिकारी शामिल होंगे। एससीआर प्राधिकरण का सचिव का पद डिविजनल कमिश्नर लखनऊ के पास होगा। सरकार का मानना है कि एससीआर शहरीकरण का सही ढांचा बनाएगा।
आधुनिक सुविधा
क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भी सलाहकार नियुक्त किए जाएंगे। एससीआर बनाने वाले क्षेत्र का नक्शा बनाया जाएगा। शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और पर्यटन भी इसमें शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार
2022 के सितंबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना की शुरुआत करते हुए कहा, "विभिन्न नगरों से लोग यहां आकर अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। आस-पास के जिलों में भी जनसंख्या का दबाव बढ़ रहा है और अनियोजित विकास की शिकायतें अक्सर होती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की तर्ज पर 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' का गठन किया जाना चाहिए।