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चने में आवक सीमित, तुअर की बुवाई 14 लाख हेक्टेयर तक बढ़ी

Madhya Pradesh News : इंदौर चने की आवक सीमित है और ऊंचे भावों में ग्राहकी का अभाव है। भाव 50 रुपए बढ़कर 7100 रुपए हो गए। जबकि मूंग, उड़द, तुअर दाल और दलहन के भाव स्थिर रहे। इधर, जनवरी से मई के दौरान भारत में कुल 2.66 लाख टन तुअर का आयात हुआ, जो पिछले साल से 30 फीसदी कम रहा।
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चने में आवक सीमित, तुअर की बुवाई 14 लाख हेक्टेयर तक बढ़ी 

Madhya Pradesh News : इंदौर चने की आवक सीमित है और ऊंचे भावों में ग्राहकी का अभाव है। भाव 50 रुपए बढ़कर 7100 रुपए हो गए। जबकि मूंग, उड़द, तुअर दाल और दलहन के भाव स्थिर रहे। इधर, जनवरी से मई के दौरान भारत में कुल 2.66 लाख टन तुअर का आयात हुआ, जो पिछले साल से 30 फीसदी कम रहा। इस दौरान खासकर म्यांमार, मोजाम्बिक और सूडान जैसे प्रमुख आपूर्तिकर्ता देशों से तुअर के आयात में गिरावट दर्ज की गई। 

इधर, घरेलू संभाग में चालू खरीफ सीजन के दौरान 19 जुलाई तक तुअर का उत्पादन रकबा बढ़कर 33.48 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि के बुवाई रकबे 19.34 लाख हेक्टेयर से 14.14 लाख हेक्टेयर अधिक है। हालांकि, लोडिंग के कारण मोजाम्बिक से कई कृषि उत्पादों का निर्यात रुका हुआ हो सकता है।  वहीं, मोजाम्बिक के पड़ोसी देश मलावी से भी निर्यात बंद किया जा रहा है। तंजानिया से मलावी का माल आयात करने पर 100 डॉलर प्रति टन तक का खर्च आएगा। सितंबर से अफ्रीका से तुअर की अच्छी आवक शुरू हो जाएगी। 

अनुमान है कि मोजाम्बिक करीब 1.25 लाख टन तुअर का स्टॉक है। वैसे, अफ्रीका से तुअर का सबसे बड़ा खरीदार भारत है, इसलिए देर-सवेर यह तुअर भारत आनी ही है। फिलहाल केन्या, नाइजीरिया, युगांडा, सूडान और बर्मा से छिटपुट आवक जारी है। मई 2023 के दौरान भारत में करीब 38.288 टन तुअर का आयात हुआ, जो मई 2024 में 57 फीसदी बढ़कर 60,271 टन हो गया। मई 2023 के मुकाबले मई 2024 के दौरान म्यांमार से भारत में 7 फीसदी ज्यादा तुअर का आयात हुआ।

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