रडार को चकमा देने वाला अपाचे हेलीकॉप्टर जोधपुर में होगा तैनात, जमीन के साथ हवा में मजबूत होगी थलसेना
Defense News :सात देशों के पास 1280 से अधिक अपाचे हेलीकॉप्टर हैं। अपाचे हेलीकॉप्टर आधुनिक तकनीक, डेटा लिंक और रोटर पर लगे रडार डोम के जरिए दुश्मन के इलाके की जानकारी और फोटो प्राप्त कर सटीक निशाना लगाता है। इसके साथ ही देश में पहली बार सेना को जमीन के साथ-साथ हवा में भी दुश्मन को तबाह करने की ताकत मिलने जा रही है।
Apache Helicopter : रडार को चकमा देने वाला खतरनाक जमीनी लड़ाकू हथियार एएच-64ई अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर पश्चिमी मोर्चे पर तैनात होने जा रहा है। इसके साथ ही पहली बार सेना को जमीन के साथ-साथ हवा में भी दुश्मन को तबाह करने की ताकत मिलने जा रही है। जोधपुर मिलिट्री स्टेशन पर 6 अपाचे हेलीकॉप्टरों की तैनाती अक्टूबर से शुरू होगी। इसके लिए 50 पायलटों और तकनीकी कर्मचारियों को अमेरिका में प्रशिक्षण दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने 2022 में सेना के लिए 6 हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए बोइंग के साथ समझौता किया था। जोधपुर में तैनात किए जाने वाले हेलीकॉप्टर रेगिस्तानी छलावरण रंग में नजर आएंगे। यह हेलीकॉप्टर डेजर्ट हॉक्स की तरह जमीनी हमलों में माहिर होगा। आर्मी एविएशन कोर के पास एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर रुद्र भी यहां तैनात है।
अमेरिकी कंपनी बोइंग ने इस हेलीकॉप्टर को तैयार किया था। इसके बाद 1980 के दशक में पहली बार युद्ध क्षेत्र में उतरा। 90 के दशक में इराक युद्ध के दौरान पूरे रेगिस्तान में इसका पराक्रम दिखा था। इसने इराकी सेना के रडार और एसएएम मिसाइलों के ठिकानों को नष्ट कर आसमानी वर्चस्व स्थापित किया था। वर्तमान में सात देशों में 1280 से अधिक अटैक हेलीकॉप्टर सेवा में हैं।
2.75 इंच रॉकेट, 30 एमएम चेन गन से लैस। 16 हेलफायर मिसाइल और 76 रॉकेट की ताकत। 1 मिनट में 600 राउंड फायर करता है, 1200 राउंड से लैस। अंधेरे में दुश्मन का पता लगाने और हमले और रडार से बचने की क्षमता। आधुनिक तकनीक डेटा लिंक और रोटर पर लगे रडार डोम से यह दुश्मन के इलाके और लक्ष्यों की सटीक जानकारी और तस्वीरें हासिल करता है। स्ट्रिंगर और हेलफायर मिसाइलों से फायर करता है। रेगिस्तानी इलाके में अपाचे की एंटी टैंक भूमिका अहम होगी। अपने आधुनिक रडार और हथियारों के जरिए यह भारतीय सेना के टैंकों को दुश्मन के किसी भी हमले से बचा सकेगा।
कल से 12 देशों की सेनाएं करेंगी अभ्यास
6 अगस्त से तमिलनाडु में उन्नत हवाई अभ्यास 'तरंग शक्ति' शुरू होगा। इसमें भारत समेत दुनिया की 12 सबसे ताकतवर वायुसेनाएं हिस्सा लेने जा रही हैं। इनमें अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, यूएई, हंगरी, जर्मनी, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश की वायुसेनाएं हिस्सा लेंगी। युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने के लिए 51 मित्र देशों को आमंत्रित किया गया था। यह युद्धाभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहला चरण 6 से 14 अगस्त तक तमिलनाडु के सुलूर में होगा। इसके बाद दूसरा चरण 29 से 14 सितंबर तक जोधपुर में होने जा रहा है। इसमें पायलट एक दूसरे से युद्ध कौशल साझा करेंगे।
सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी
अपाचे के आने से मारक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। मल्टी रोल कॉम्बैट हेलीकॉप्टर में हेलफायर और स्ट्रिंगर जैसे घातक हथियार और मिसाइल लगे हुए हैं। यह हेलीकॉप्टर खराब मौसम और रात में मुश्किल हालातों के बावजूद टारगेट को तबाह करने की क्षमता रखता है। इसके मुख्य रूप दो इस्तेमाल हैं, गनशिप के तौर पर या एंटी टैंक रोल में। इसके लिए इसे गन, रॉकेट और आधुनिक मिसाइलों से लैस किया गया है।