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उत्तर प्रदेश के इस रेलमार्ग पर बिछेगी 2 और रेलवे लाइन, इन जिलों के लोगों को फायदा

रेल पटरी पर बना रहे गड्ढों की वजह से ट्रेन का संचालन काफी प्रभावित हो रहा है। इसके साथ-साथ रेल की पटरिया कमजोर हो जाने के कारण हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है। गड्ढों को दोबारा भरने के लिए रेल पथ विभाग द्वारा रेल ग्रांडिंग मशीन भेजी जा रही है।
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 उत्तर प्रदेश के इस रेलमार्ग पर बिछेगी 2 और रेलवे लाइन, इन जिलों के लोगों को फायदा

Amroha News : रेल की पटरी पर बने गड्ढों को सही करने के लिए रेल ग्रांडिग मशीन आने वाली है। रेल ग्राइंडिंग मशीन को खड़ा करने के लिए रेलवे विभाग 2 करोड़ का खर्च करके 300 मीटर लंबी रेलवे लाइन बनाने वाला है। इसके लिए विभाग ने पत्थर की गिट्टियां भी मंगवा ली है।

रेल पटरी पर बना रहे गड्ढों की वजह से ट्रेन का संचालन काफी प्रभावित हो रहा है। इसके साथ-साथ रेल की पटरिया कमजोर हो जाने के कारण हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है। गड्ढों को दोबारा भरने के लिए रेल पथ विभाग द्वारा रेल ग्रांडिंग मशीन भेजी जा रही है।

पटरी पर बने गढ़ों को भरने वाली इस मशीन की कीमत करीबन 80 करोड़ है। मशीन को खड़ा करने के लिए 300 मीटर लंबी रेल लाइन बनाई जा रही है। इस रेलवे लाइन को बानपुर रेलवे फाटक से लेकर रेलवे स्टेशन के तरफ बनाया जा रहा है। इस पटरी को बनाने में 2 करोड़ का खर्च आएगा।

सीनियर सेक्शन अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि आरजेएम मशीन खड़ी करने के लिए 300 मीटर लंबी रेल लाइन बनाई जा रही है। लाइन को बनाने के लिए पत्थर डालने का काम चल रहा है। इसके साथ-साथ स्लीपर भी मंगवा लिए गए हैं। जो भानपुर फाटक के निकट रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें तुरंत बढ़ा दिया जाएगा। इस पटरी को बनाने में 2 करोड़ का खर्च आ जाएगा।

दूसरी तरफ दिल्ली से लखनऊ जाने वाले रेल मार्ग दो लाइन वाला है और ट्रेनों का आवागमन अधिक है। इस रोड पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते साल हुए एक सेमिनार में उद्योगपतियों ने 8000 करोड़ का निवेश करने पर सहमति जताई है। रेलवे विभाग का कहना है कि भविष्य में यात्रियों और उद्योगों की संख्या बढ़ाने के कारण इन ट्रेनों का संचालन बढ़ाने की जरूरत पड़ेगी। जिसके लिए दो अलग-अलग रेलवे लाइन की जरूरत पड़ेगी। जैसे मौजूद दोनों लाइनों पर ट्रेनों का भार कम हो सके। इसी चलते रेलवे विभाग गाजियाबाद से मुरादाबाद तक का सर्वे करवा रहा है।

सर्वे टीम द्वारा ब्योरा इकट्ठा किया जा रहा है, कि गाजियाबाद से शुरू होकर बाबूगढ़ छावनी तक कितने अंडरपास और पुलिया बनाए जाएंगे। रेल पथ के सीनियर सेक्शन इंजीनियर महेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली लखनऊ रेल मार्ग पर तीसरी और चौथी लाइन बिछाने के लिए सर्वे चल रहा है। अभी यह सर्वे हापुड़ जिले में चल रहा है, जो जल्द ही अमरोहा जिला में भी चलाया जाएगा।

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