Ajab Gajab : भारत का अनोखा ही गांव, जहां खाते एक देश में और सोते दूसरे देश में
Longwa : इस लेख में आपको भारत के लोंगवा गांव के बारे में कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। यक़ीनन इस अनोखे गांव के बारे में जानने के बाद आप भी कुछ देर के लिए सोच में पड़ जाएंगे। आइए जानते हैं।
लोंगवा गांव कहां है?
इस अनोखे गांव के बारे में बताने से पहले यह जान लेते हैं कि यह कहां है। आपको बता दें कि यह गांव भारत के नागालैंड और म्यांमार की सीमा पर स्थित है। नागालैंड के मोन जिले में स्थित यह गांव भारत का आखिरी गांव भी माना जाता है।
लोंगवा गांव क्यों है अनोखा?
इस अनोखे गांव के बारे में एक नहीं बल्कि कई रोचक तथ्य है। कहा जाता है कि सीमा पर होने के चलते इस गांव का आधा हिस्सा भारत में पड़ता है और आधा हिस्स म्यांमार में पड़ता है।
इसके अलावा लोंगवा गांव के बारे में कहा जाता है किसी-किसी घर का किचन भारत में स्थित है और सोने के लिए म्यांमार में जाते हैं। यही नहीं भारत के कुछ लोग खेती करने म्यांमार में जाते हैं तो कुछ म्यांमार से भारत में खेती करने आते हैं।
क्या सच में इस गांव के मुखिया की 60 पत्नियां हैं?
इस अनोखे गांव के बारे में अगर सबसे अधिक कुछ चर्चित है तो वो है इस गांव का मुखिया। कहा जाता है कि इस गांव का जो व्यक्ति मुखिया है उनकी 1-2 या 3 नहीं बल्कि 60 पत्नियां हैं। इस मुखिया के बारे में यह भी बोला जाता है कि नागालैंड के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश और म्यांमार के लगभग 70 से अधिक गांवों में उनका प्रभुत्व है।
क्या इस गांव के लोग म्यांमार की सेना में शामिल हैं?
लोंगवा गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां के लोग भारतीय सेना के साथ-साथ म्यांमार की सेना में भी शामिल है। सीमा पर मौजूद होने के बाद कई लोगों के पास दोनों ही देशों में रहने का निवास स्थल है जिसके चलते सेना में शामिल होते रहते हैं।
हालांकि, इस गांव के बारे में एक विचित्र कहानी भी है कि इस गांव के लोगों में खोपड़ी पहने का रिवाज है जिसे देखने के बाद एक आम व्यक्ति डर जाता है। आपको बता दें कि इस गांव में घूमने के लिए एक से एक बेहतरीन जगहें भी हैं।
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