Ajab gajab : यह है दामादों का गांव, दूल्हा शादी के बाद बन जाता है घर जमाई
Saral Kisan : दामादों का गांव मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में है। इस गांव के लोगों का मानना है कि दामाद एक घर में पूरी तरह से रहने लगता है तो घर और दामाद दोनों समृद्ध हो जाते हैं। अब इस गांव को दामादों का गांव भी कहा जाता है क्योंकि खेती किसानी से लेकर अन्य व्यवसायों में उनकी संपत्ति है। यहां हर घर में एक दामाद है।
बुरहानपुर जिले का निंबोला गांव दामादों का गांव है। उन्होंने यहां दामादों को हर समय रखना शुरू किया, जिससे वह अमीर हो गए। गांव में आज भी ऐसे उदाहरण हैं। यहाँ लगभग 600 घरों में एक-एक दामाद रहते हैं, इसलिए इसे दामादों का गांव भी कहा जाता है। निंबोल गांव में 600 से अधिक दामाद प्रत्येक घर में रहते हैं और खेती किसानी करते हैं।
इस गांव में दामादों की संपत्ति है
गांव के बबलू चौधरी ने बताया कि अधिकांश दामाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से आए हैं और अब खेती किसानी के अलावा अन्य व्यवसाय कर रहे हैं। व्यापार भी आसानी से यहां शुरू होता है। वहीं उन्हें खेती से मुनाफा मिलता है, जिससे वे समृद्ध होते हैं।
गांव के दामाद ने बताया
गांव के दामाद प्रह्लाद ने बताया कि मैं महाराष्ट्र के रसलपुर का रहने वाला हूं लेकिन अब भी इस गांव में रह रहा हूँ। मैं इस गांव में रहने आया था क्योंकि मेरा महाराष्ट्र में कोई व्यवसाय नहीं चल रहा था। अब मैं खेती कर रहा हूं, जिससे मुझे अच्छी आमदनी मिल रही है और मेरे आने से मैं और मेरा ससुराल दोनों समृद्ध हो गए हैं।
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