MP के इस जिले में बनेगा 64 किलोमीटर लंबा बायपास, 19 गावों जमीन के बीच से गुजरेगा
MP News : मध्य प्रदेश में 64 किलोमीटर लंबा पश्चिमी बाईपास का निर्माण करवाया जाना है. NHAI इसका निर्माण दो हिस्सों में करवाने वाला है. मध्य प्रदेश के इंदौर में यह बाईपास 4 गांवों से होकर निकलेगा। यह बायपास 19 गांवों की 400 एकड़ जमीन अधिग्रहण करके बनाया जाएगा.
Madhya Pradesh Western Ring Road : मध्य प्रदेश के इंदौर में पश्चिमी बाईपास को बनाने की कवायद अब और ज्यादा तेज हो गई है. इस पश्चिमी बाईपास को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने गुरुवार को जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की है. बाईपास 64 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा. इस बाईपास का निर्माण पहले चरण में मऊ से हातोदा तक किया जाएगा. काम अभी महू से हातोद तक के 34 किलोमीटर क्षेत्र में शुरू होगा। बाइपास एबी रोड, महू से शुरू होकर शिप्रा के आसपास पूर्वी बाइपास से मिल जाएगा। 34 किमी महू से हातोद और 30 किमी हातोद से क्षिप्रा के बीच दो भाग बनाए जाएंगे।
आठ किलोमीटर क्षेत्र का जमीन अधिग्रहण शुरू
फिलहाल, पहले चरण में आठ किलोमीटर क्षेत्र का अधिग्रहण किया जा रहा है। बायपास का आठ किलोमीटर भाग देपालपुर तहसील के किशनपुरा, ललेंडीपुरा, बेटमा खुर्द और मोहना गांवों से गुजरेगा। 8.1257 हेक्टेयर जमीन चारों गांवों में सड़क बनाने के लिए आवश्यक होगी। 13 स्थानों पर सरकारी जमीन है, जबकि 43 स्थान निजी हैं। राष्ट्रीय भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सड़कों को मार्च 2028 तक पूरा करने के लिए एजेंसी को आदेश दिया है. इसके कारण, सिंहस्थ से पहले उज्जैन से जुड़ने वाली सभी सड़कों को बनाया जाना है, जिससे श्रद्धालुओं को आसानी से उज्जैन तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
19 गांवों की 400 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
बता दे की 19 गांवों में सड़क बनाने के लिए 400 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके बनने से इंदौर अहमदाबाद, इंदौर नागपुर हाईवे और इंदौर चित्तौड़गढ़ हाईवे पर वाहन चल सकेंगे। यह राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा दो भागों में बनाया जाएगा। काम अभी महू से हातोद तक के 34 किलोमीटर क्षेत्र में शुरू होगा। बायपास एबी रोड, महू से शुरू होकर शिप्रा के आसपास पूर्वी बायपास से जुड़ जाएगा। इसके बनने से शहर में एक बायपास रिंग बन जाएगी।
पूर्वी बायपास 24 साल पहले इंदौर में बनाया गया था। इस परियोजना पर 1500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस बायपास को पीथमपुर से भी जोड़ा जाएगा। इस मार्ग पर चार बड़े ब्रिज और पंद्रह से अधिक छोटे ब्रिज बनेंगे। इसका कार्य तीन वर्ष में पूरा होगा। इस बायपास पर NHAI टोल भी वसूलेगा।