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Delhi में अंडरग्राउंड स्टेशन में चलेगा 5G इंटरनेट, इन 69 स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा

दिल्ली मेट्रो के किसी भी रूट पर मोबाइल नेटवर्क को आगे बढ़ाने में कोई बाधा नहीं होगी। 69 अंडरग्राउंड स्टेशनों को 5G कवरेज देने की योजना है। अंडरग्राउंड नेटवर्क से पारगमन करते समय कॉल ड्रॉप की समस्या आम बात  है। बुनियादी ढांचे को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने मजबूत करना शुरू किया है।
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5G internet will work in underground stations in Delhi, facility will be available at these 69 stations

Saral Kisan : दिल्ली मेट्रो के किसी भी रूट पर मोबाइल नेटवर्क को आगे बढ़ाने में कोई बाधा नहीं होगी। 69 अंडरग्राउंड स्टेशनों को 5G कवरेज देने की योजना है। अंडरग्राउंड नेटवर्क से पारगमन करते समय कॉल ड्रॉप की समस्या आम बात  है। बुनियादी ढांचे को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने मजबूत करना शुरू किया है। DMRC ने 29 अंडरग्राउंड स्टेशनों पर काम पूरा किया है। बाकी चालिस पर काम जारी है।

अधिकारियों के अनुसार, इसके अच्छे परिणाम भी देखे जा रहे हैं और नेटवर्क समस्याओं से जुड़ी शिकायतें अब बहुत कम हो गई हैं। DMRC कहता है कि एलिवेटेड सेक्शंस और अंडरग्राउंड मेट्रो लाइनों पर नेटवर्क कनेक्टिविटी में काफी सुधार हुआ है, जिससे यात्रियों को बहुत राहत मिली है। साथ ही, आने वाली जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मेट्रो नेटवर्क के ज्यादातर हिस्से में 5जी कनेक्टविटी प्रदान करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

बेहतर मेट्रो नेटवर्क के लिए ये उपाय

टेलीकॉम उपकरण: करीब 240 टेलिकॉम टावर्स मेट्रो नेटवर्क के एलिवेटेड कॉरिडोर्स पर लगाए गए हैं। यह मेट्रो यात्रियों और आसपास के 250 मीटर के क्षेत्र में रहने वाले अन्य लोगों को भी फायदा दे रहा है क्योंकि उन्हें बेहतर मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी मिल रही है।

In-Building Solutions (IBS):

ये अंडरग्राउंड क्षेत्रों में या 5जी नेटवर्क क्षमता वाली इमारतों में बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करते हैं। 29 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों पर सफलतापूर्वक IBS सिस्टम लगाया गया है, जिससे मोबाइल नेटवर्क को सुधार दिया गया है। इसके अलावा, चालिस अंडरग्राउंड स्टेशंस और उनके साथ जुड़े मेट्रो टनल्स में इसे लगाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का काम चल रहा है। इन्हें लगाने से अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों की कनेक्टिविटी भी काफी सुधर गई है।

स्मॉल मार्केट:

ये सेल्स भी मेट्रो नेटवर्क और उसके आस-पास 100 मीटर के क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की कवरेज को बढ़ाते हैं। इन्हें खासतौर से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के उस भाग में मेट्रो पिलर्स पर लगाया गया है जहां मेट्रो रिज एरिया और डिफेंस एरिया से गुजरती है, जहां अक्सर कम टावरों की वजह से मोबाइल नेटवर्क या सिग्नल्स की समस्या रहती है।-

दिल्ली मेट्रो में मोबाइल कनेक्टिविटी कैसे बदल रही है?

दिल्ली मेट्रो के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि डीएमआरसी ने अपने पूरे नेटवर्क में मोबाइल कनेक्टिविटी को बढ़ाने और अपडेट करने के लिए लगातार काम कर रहा है, ताकि यात्रियों को मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो लाइनों पर, खासकर अंडरग्राउंड स्टेशनों पर सबसे उन्नत सिग्नल मानकों को मिल सके। इसके परिणामस्वरूप, 69 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों पर 5जी नेटवर्क का शुभारंभ किया गया, जो मोबाइल कनेक्टिविटी को और बढ़ाता है। अब अंडरग्राउंड स्टेशंस पर भी यात्री मोबाइल पर हाई क्वॉलिटी की निर्बाध स्ट्रीमिंग और उच्च गुणवत्ता वाली हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं का लाभ उठा पा रहे हैं।

यात्रियों को न केवल वास्तविक समय की जानकारी मिल रही है, बल्कि अब वे मेट्रो में सफर करते हुए ऑनलाइन ट्रांजेक्शंस कर सकते हैं। अब मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्याएं भी कम हो गई हैं, जिससे मेट्रो में सफर करते वक्त कॉल ड्रॉप या कमजोर कनेक्टिविटी की शिकायतें भी कम हो गई हैं। विशेष रूप से अंडरग्राउंड कनेक्टिविटी में काफी सुधार हुआ है।

दयाल ने बताया कि DMRC ने सभी प्रमुख टेलिकॉम नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर्स को सलाह दी है कि वे मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शंस और अंडरग्राउंड स्टेशनों पर 5जी कनेक्टिविटी प्रदान करें। इसके लिए अंडरग्राउंड सेक्शंस में नई केबल बिछाने और आवश्यक उपकरण लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है, जो अगले पांच से छह महीने में पूरा हो जाएगा। हालाँकि, अंडरग्राउंड सेक्शंस पर केबलिंग और डिवाइस इंस्टॉलेशन का कार्य अपने आप में काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि यह बहुत सीमित समय सीमा के अंदर होता है, जब मेट्रो की पैसेंजर सेवा खत्म हो जाती है। यात्रियों को अभी एयरपोर्ट लाइन सहित पूरे मेट्रो नेटवर्क में 4जी नेटवर्क कनेक्टिविटी मिल रही है।

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