उत्तर प्रदेश में बिछ रहा 594 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, 518 गावों से गुजरेगा
यूपी सरकार ने इसे बना रहे डेवलपर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा करने का आदेश दिया है. सीएम योगी ने वर्ष 2019 में कुंभ मेले के दौरान गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की थी. योगी चाहते हैं कि यह एक्सप्रेसवे आने वाले साल 2025 के महाकुंभ से पहले चालू हो जाए. कुंभ अगले साल 14 जनवरी से शुरू हो रहा है.
मेरठ से प्रयागराज पहुंचने में लगेंगे 6 घंटे
अब लोगों को गंगा एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद मेरठ से प्रयागराज तक का सफर सिर्फ 6 घंटे में तय किया जा सकेगा. इस एक्सप्रेसवे पर कारें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी. अभी यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे है लेकिन इसे जरूरत पड़ने पर 8 लेन तक चौड़ा किया जा सकता है.
गंगा एक्सप्रेसवे रूट
पश्चिम से पूर्व की ओर जा रहे लोगों के लिए इसकी शुरुआत मेरठ से होगी. मेरठ के बाद ये हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज पर खत्म होगा. गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण भी 12 चरणों में ही किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट पर 36,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
उतर सकेंगे फाइटर प्लेन
गंगा एक्सप्रेसवे पर न केवल गाडियां दौडेंगी, बल्कि आपात स्थिति में बड़े फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर भी इस पर उतर सकेंगे. शाहजहांपुर में 3.50 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है. इसके अलावा गंगा और रामगंगा नदियों पर दो बड़े पुलों का निर्माण भी किया जा रहा है. गंगा एक्सप्रेसवे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए राज्य के अन्य एक्सप्रेसवे को भी जोड़ेगा.
भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे लंबाई के मामले में भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनने वाला है. अभी जो सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन रहा है वो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे है, जो 1,350 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा है. दूसरा सबसे लंबा मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे है जो 700 किलोमीटर से थोड़ा ज्यादा लंबा है.