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UP और राजस्थान सहित देश के 508 रेलवे स्टेशन पर होंगे 24 हज़ार खर्च, स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास

देश के 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होने जा रहा है। भारत के रेलवे स्टेशनों की सूरत बदलने के साथ-साथ यात्रियों के लिए एक से बढ़कर एक सुविधाएं होंगी। इतना ही नहीं, वातावरण का खास ख्याल रखा जाएगा। आइए जानते हैं किन राज्यों के कौन से रेलवे स्टेशनों का कालाकल्प होगा।
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24 thousand rupees will be spent on 508 railway stations of the country including UP and Rajasthan, the stations will be made world class.

Saral Kisan : देश के 508 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, 6 अगस्त 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी है। 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत पीएम ने देश भर के विभिन्न प्रमुख रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लोकार्पण और शिलान्यास किया है, जिसके बाद से देश के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत बदली गई है लेकिन इस बार का पुनर्विकास अब तक का सबसे बड़ा कायाकल्प होगा। ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, इनके विकास में 24,470 करोड़ की लागत निर्धारित की गई है।

आइए जानते हैं देश कि किस राज्य से कितने स्टेशनों का पुर्नविकास होने वाला है-

उत्तर प्रदेश: 55
राजस्थान: 55
बिहार: 49
महाराष्ट्र: 44
पश्चिम बंगाल: 37
मध्य प्रदेश: 34
असम: 32
ओडिशा: 25
पंजाब: 22
गुजरात: 21
तेलंगाना: 21
झारखंड: 20
आंध्र प्रदेश: 18
तमिलनाडु: 18
हरियाणा: 15
कर्नाटक: 13
असम: 6
बिहार: 3
केरल: 2

पुनर्विकास में यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी, जिसमें कई चीजें शामिल हैं। स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को सामान ढोकर ऊंची सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं ऐसे में पुनर्विकास परियोजना के तहत स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जाएंगे। यात्रियों के लिए वेटिंग रूम की भी व्यवस्था होगी। साथ ही एग्जीक्यूटिव लाउंज और कॉनकोर्स एरिया भी बनाया जाएगा। फूड कोर्ट, शॉपिंग मॉल, कैफेटेरिया, प्ले एरिया की भी सुविधा होगी।

railway

रेलवे स्टेशन पर हर घंटे ढेरों कचरा जमा हो जाता है। पुनर्विकास परियोजना के तहत इसे डंप करने की जगह री-साइकल करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा बारिश के पानी को भी स्टोर करके इस्तेमाल में लिया जाएगा।

स्टेशन एंट्री पर हाइटेक स्कैनर के साथ यात्रियों की चैकिंग की जाएगी। कोच इन्डिकेशन बोर्ड तथा दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाओं सहित आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

हरा-भरे होंगे रेलवे स्टेशन।

तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि स्टेशन की डिजाइन काफी शानदार बनाई गई है, इसके अलावा पेड़-पौधे भी लगाए जाएंगे। पार्किंग को सही तरह से व्यवस्थित किया जाएगा। स्टेशन पर बिजली, बेहतर रोशनी, सीसीटीवी, वॉशबेसिंन, बेंच की बेहतर सुविधा दी जाएगी। प्लेटफार्मों और प्लेटफार्म शेल्टरों में सुधार किया जाएगा।

स्टेशन के पुनर्विकास परियोजना की कुल लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा कहा है कि रेलवे लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है, इसीलिए उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 'अमृत भारत स्टेशन योजना' शुरू की गई थी।

इस योजना के तहत प्रधानमंत्री ने आज 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी है। दिसंबर 2022 में शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए एक मास्टरप्लान तैयार करना और सुविधाएं बढ़ाने के लिए इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करना है।

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