उत्तर प्रदेश में इन शहरों के बीच बनेगा 4 लेन हाईवे, बारिश का सीजन बीत जाने के बाद होगा काम शुरू
UP News :उत्तर प्रदेश में बहसूमा बिजनौर फोरलेन हाईवे की कार्य में अब दोबारा तेजी आएगी। मेरठ नजीबाबाद NH 119 फोरलेन हाईवे का काम बहसूमा के पास झुनझुनी गांव में आकर रुक गया था। बारिश के सीजन के बाद इस फोरलेन हाईवे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के मेरठ नजीबाबाद हाईवे 119 के चौड़ीकरण के कार्य में तेजी आने वाली है। बता दें कि बहसूमा के पास झुनझुनी गांव में आकर मेरठ नजीबाबाद फोरलेन हाईवेका कार्य रुक गया था। इस हाईवे का कार्य हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण से मंजूरी न मिलने की वजह से रोका गया था। भारत सरकार की तरफ से हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण से इस हाइवे को गुजरने की मंजूरी अब मिल चुकी है। इस बरसात के सीजन बाद बहसूमा झुंझुनूं से बाय बिजनौर नजीबाबाद हाईवे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
45 किलोमीटर लंबे फोर लाइन
इस 45 किलोमीटर लंबे फोर लाइन हाईवे का निर्माण 3 सालों में पूरा कर लिया जाएगा। इस हाइवे निर्माण में 3135 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। बता दें कि 1300 करोड़ की लागत तो बिजनौर से भासुमा सड़क निर्माण में आएगी। सड़क निर्माण में अधिकरण पर 700 करोड़ खर्च किए जाएंगे। भारत सरकार की तरफ से मार्च 2024 में 2135 करोड रुपए का बजट जारी कर दिया गया था.
एनएच-119 को दो चरणों में बनाया जाना है
पहले चरण में मेरठ से बहसूमा झुनझुनी तक और दूसरे चरण में झुनझुनी से वाया बिजनौर तक, पेदा गांव के पास नजीबाबाद रोड तक किया जाएगा। नजीबाबाद से जलालाबाद तक फोरलेन बनाने का कार्य अभी अंतिम चरण में है। बिजनौर से जलालाबाद के बीच एक राजमार्ग बन गया है। वाहनों के लिए भी बिजनौर के गांव स्वाहेड़ी बाईपास और किरतपुर बाईपास खुले हैं।
अब बहसूमा से बिजनौर तक 40 किमी की सड़क को फोरलेन में बदलना है। हाईवे का निर्माण कार्य हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में रामराज थाना क्षेत्र के गांव देवल से शुरू होता है। इसलिए राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी को निर्माण कार्य के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी पड़ी। वर्षों इस काम में बिताए गए। लंबी कोशिशों के बाद अप्रैल में एनओसी मिल गया। NHAI के प्रशासनिक प्रबंधक अभय प्रताप सिंह ने कहा कि बहसूमा से बिजनौर और नजीबाबाद को जोड़ने वाले फोरलेन हाईवे का निर्माण वर्षा का मौसम बीत जाने के बाद शुरू हो पाएगा।
यह मीरापुर बिजनौर मार्ग पर सिखेड़ा गांव के पास 69 किमी. पर मवाना के गांव झुनझुनी से आगे बहसूमा बाईपास, रामराज बाईपास होते हुए टिकौला शुगर मिल के पास जाता है। वहां से मध्य गंग नहर की पटरी पर बनाई गई सड़क से बिजनौर बैराज पहुंचेगा। यहां से बैराज तक एक सड़क बनेगी। बैराज से आगे बिजनौर शहर से पहले माउंट लिट्रा के पास पेदा गांव जाएगा। फोरलेन रोड की लंबाई लगभग 45 किमी. होगी, जिसका निर्माण अधिकतम 3 वर्ष में पूरा होगा।
टोल प्लाजा
इस प्रोजेक्ट में गंगा पर एक पूर्ण निर्माण भी प्रस्तावित है। बता दें की गंगा नदी पर लगभग 1 किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। गंगा नदी से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर प्लस में एलिवेटेड रोड का निर्माण भी किया जाएगा। मेरठ से 31 किलोमीटर दूर भैंसा गांव के सामने 16 लाइन का टोल प्लाजा बनकर तैयार हो चुका है। आगे चलकर बिजनौर में किरतपुर से आगे बनेड़ा गांव के पास टोल प्लाजा बनकर तैयार हो चुका है। जून माह के अंत में यह टोल प्लाजा चालू कर दिए जाएंगे।