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Uttarakhand के गावों में बनेगी 474 सड़कें, PMGSY के तहत होगा निर्माण

PMGSY road Construction Plan :उत्तराखंड में यातायात का प्रमुख साधन सड़कें ही है. पर्वतीय इलाकों में सड़कों के माध्यम से आवागमन किया जाता है। अब राज्य में 474 नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) का चौथा चरण देश भर में 25,000 ग्रामीण क्षेत्रों को हर मौसम में कनेक्टिविटी देने के लिए शुरू होगा।

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Uttarakhand के गावों में बनेगी 474 सड़कें, PMGSY के तहत होगा निर्माण

Uttarakhand Road Constructio : उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में सड़के आवागमन का प्रमुख साधन है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना के माध्यम से सुदूर वर्ती गांवो सड़क पहुंचने का बड़ा जरिया बना है. उत्तराखंड को केंद्रीय बजट से बड़ी उम्मीद थी. बता दे की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना के माध्यम से चौथे चरण में ऑल वेदर रोड बनाने का निर्णय लिया गया है. उत्तराखंड में इस फैसले के बाद 474 सड़कों का निर्माण करवाया जाएगा. 

हर मौसम में मिलेगी बेहतर रोड कनेक्टिविटी 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से पूरे देश में 25 हज़ार ग्रामीण इलाकों को हर मौसम में कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए चौथे चरण की शुरुआत का निर्णय लिया गया है. इस फैसले के बाद ग्रामीण आंचल के लोगों को बहुत बड़ा फायदा पहुंचाने वाला है। उत्तराखंड राज्य में पीएमजीएसवाई के माध्यम से 250 की जनसंख्या वाले गांवो में 474 नई सड़क बनाने का रास्ता अब साफ हो गया है. देश के प्रधानमंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री का ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने बजट में इसका प्रावधान करने के लिए आभार व्यक्त किया है. 

1844 किलोमीटर की 474 सड़कों का निर्माण 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) का चौथा चरण देश भर में 25,000 ग्रामीण क्षेत्रों को हर मौसम में कनेक्टिविटी देने के लिए शुरू होगा। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में, जहां 250 से अधिक लोग रहते हैं, 1844 किलोमीटर की 474 सड़कें बनानी बाकी हैं। इन सड़कों के निर्माण की आशा अब और ज्यादा बढ़ गई है। हालाँकि, राज्य सरकार ने 250 लोगों से कम वाले गांवों को भी सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग लगातार की है, लेकिन पीएमजीएसवाई के तहत अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

सड़कें यातायात का मुख्य साधन

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सड़कें यातायात का मुख्य साधन हैं। आजादी के बाद भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे स्थानों तक सड़कें बनाने में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना एक महत्वपूर्ण सहायता है। प्रदेश में 5659 किमी की सड़कें इस योजना के तीन चरणों में बनाई गई हैं। 2000 से अधिक गांवों में सड़कें बनाने का काम इससे हुआ है। ग्रामीण विकास मंत्री जोशी ने कहा कि 250 लोगों की आबादी वाले गांवों में सड़कें बनाने से ग्रामीणों को आवाजाही में सुविधा होगी, जिससे संबंधित क्षेत्रों का आर्थिक विकास भी होगा।


 

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